लाडपुरा विधानसभा-एक बार चूके तो 24 घंटे बाद मिलेगा पीने का पानी
24 घंटे में केवल एक बार सप्लाई , फिर अगले दिन का इंतजार
इस क्षेत्र में हालात गर्मी के मौसम में इतने खराब हो जाते हैं कि निवासियों को पानी के लिए कैम्पर और हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ता है ।
कोटा। लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में पानी की समस्या आज भी बनी हुई है। जिसका दशकों बाद भी कोई समाधान नहीं हो सका है। क्षेत्र के प्रेमनगर , गोविंद नगर, कंसुआ और डीसीएम में अगर आप एक बार पानी भरने से चूक गए तो समझो पूरे 24 घंटे के बाद ही आपको पीने का साफ पानी मिल पाएगा। क्योंकि प्रेमनगर और गोविंद नगर में आपको पानी भरने के लिए सुबह 5 बजे उठना पड़ेगा तो कंसुआ डीसीएम क्षेत्र में शाम के कामों को छोड़ना पड़ेगा। इस क्षेत्र में हालात गर्मी के मौसम में इतने खराब हो जाते हैं कि निवासियों को पानी के लिए कैम्पर और हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ता है क्योंकि टैंकर भी इस इलाके के पानी की मांग को पूरा नहीं कर पाते हैं।
सुबह जल्दी उठो तो मिलेगा पानी, नहीं तो 24 घंटे का इंतजार
लाडपुरा विधान सभा क्षेत्र के प्रेमनगर और गोविंद नगर में पानी सप्लाई सुबह के समय होती है, जो भी एक से डेढ़ घंटे तक होती है। वहीं कुछ इलाके तो ऐसे हैं जहां कई बार मात्र आधे घंटे के लिए पानी की सप्लाई होती है। ऐसे में इन इलाकों में रहने वाले स्थानियों को पानी भरने के लिए सुबह पांच बजे ही नींद से जागना होता है। अगर नहीं जाग पाए तो हो कई बार पानी भरने से ही वंचित रह जाते हैं। ऐसे में स्थानियों के पास अगले 24 घंटों तक इंतजार करने के सिवाय और कुछ और विकल्प नहीं बचता क्योंकि यहां केवल एक ही बार जलापूर्ति होती है।
पानी भरना है तो शाम को छोड़ने होंगे सारे काम
विधानसभा क्षेत्र के डीसीएम, इंद्रा गांधी नगर, कंसुआ बॉम्बे योजना इलाके में पानी की सप्लाई शाम के समय होती है। इन इलाकों में पानी भरने के लिए स्थानियों को कई बार शाम के काम छोड़ने पड़ जाते हैं। वहीं जो जलापूर्ति होती है उसका प्रेशर भी इतना कम होता है कि लोगों को बूस्टर कर उपयोग करना पड़ता है। जिससे एक साथ दो दो बिल भरने पड़ रहे हैं। वहीं विधान सभा क्षेत्र के कई इलाकों में गर्मियों के मौसम में जलापूर्ति ही नहीं होती है। रायपुरा क्षेत्र में पाइप लाइन ही नहीं: विधानसभा क्षेत्र में कई कॉलोनियां ऐसी है जिन्हें बसे हुए बरसों हो गए हैं, लेकिन वहां आजतक पानी की लाइन नहीं पहुंच पाई है। इन कॉलोनियों के बाश्ािंदों को पानी के लिए निजी जल माफियाओं के साथ बोरिंग और ट्यूबवेल पर निर्भर रहना पड़ता है। कॉलोनी के लोगों द्वारा कई बार प्रशासन जलदाय विभाग और जन प्रतिनिधियों को अवगत कराया लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हो पाया है।
लोगों का कहना है
पानी के लिए कई बार घंटों इंतजार करना पड़ता है, प्रेशर की समस्या तो सालों से बनी हुई है जिसका कोई समाधान नहीं हो रहा है। जलदाय विभाग से लेकर विधायक सांसद और अधिकारियों को ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन बस आश्वासन ही मिलता है।
-मान सिंह गुर्जर, प्रेम नगर द्वितीय
प्रेमनगर और गोविंद नगर इलाके में पानी की सालों से समस्या है, यहां ही आबादी हजार से लाखों में पहुंच चुकी है फिर भी पानी जैसी मूलभूत सुविधा के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ता है।
-सुनील महावर, गोविंद नगर
कंसुआ क्षेत्र में पानी की समस्या सालों से बनी हुई है आज भी घरों में लोगों ने ट्यूबवेल और बोरिंग कराई हुई है। क्योंकि पानी की सप्लाई की व्यवस्था बिगड़ी हुई है। लाखों की आबादी वाले क्षेत्र की समस्या का समाधान होना चाहिए।
-लविश महावर, कंसुआ
इनका कहना है
विधानसभा क्षेत्र के सभी इलाकों को अमृत योजना 2.0 के तहत शामिल कर लिया गया है। वहां जलापूर्ति को सुदृढ़ करने के लिए नए प्लांट, टंकी और नई लाइनों का प्रस्ताव डीपीआर में प्रस्तावित कर दिया है। स्वीकृति मिलते ही जल्द काम शुरू कर समस्या दूर करने की कोशिश करेंगे।
-पी के बागला, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग, कोटा
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