बरसात ने तोड़ी जिले में 10 करोड़ की सड़कें

1170 कि.मी. सड़कें हुई क्षतिग्रस्त

बरसात ने तोड़ी जिले में 10 करोड़ की सड़कें

उनमें से कई में छिटपुट टूटफूट हुई है तो कई में गड्ढ़े हो गए हैं। उन्हें भी मरम्मत की जरूरत है।

कोटा। कोटा जिले में इस बार औसत से अधिक बरसात तो हुई है। लेकिन पिछले कई सालों की तरह ही इस बार भी बरसात ने सड़कों को जख्मी किया है। जिससे उन पर बड़े-बड़े गड्ढ़े हो गए हैं। अब उन जख्मों पर बरसात के बाद ही पेचवर्क का मरहम किया जाएगा। जिले में अधिकतर सड़कें सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीन हैं। इनमें शहरी क्षेत्र की सड़कें बहुत कम है जबकि अधिकतर सड़कें ग्रामीण क्षेत्रों में है। शहरी क्षेत्र की अधिकतर सड़कें कोटा विकास प्राधिकरण और नगर निगम के अधीन हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से हाल ही में बरसात से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों का सर्वे कराया  है। जिसमें जिले में करीब 1170 कि.मी. सड़कें ऐसी हैं जिन्हें बरसात से नुकसान हुआ है। कहीं बड़े-बड़े गड्ढ़े हो गए हैं तो कहीं डामर उखड़ गया है। वहीं कई सड़कें तो गड्ढ़ों में तब्दील हो गई है। जिससे उन पर छोटे वाहन तो दूर बड़े वाहनों तक का गुजरना मुश्किल हो गया है। विभाग के सर्वे में जिले की ऐसी करीब 400 सड़के हैं जिन्हें मरम्मत की जरूरत है। 

30 पुलियाएं हुई क्षतिग्रस्त
इस बार औसत से अधिक बरसात होने से ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भरने पर पानी का अधिक बहाव होने से जिले में करीब 30 ऐसी पुलियाएं हैं जो क्षतिग्रस्त हुई हैं। उनमें से कई में छिटपुट टूटफूट हुई है तो कई में गड्ढ़े हो गए हैं। उन्हें भी मरम्मत की जरूरत है। 

शहर के अलावा इन क्षेत्रों की भी हैं सड़कें
सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से करवाए गए सर्वे में कोटा शहर में मात्र 35 से 36 कि.मी. सड़कें ही क्षतिग्रस्त हुई है। जबकि लाड़पुरा, रामगंजमंडी, सांगोद, पीपल्दा,दीगोद व कनवास में सड़कें अधिक क्षतिग्रस्त हुई हैं। सबसे ’यादा 242 कि.मी. सड़कें दीगोद में,205 कि.मी. लाड़पुरा में,182 कि.मी. सांगोद में, 177 कि.मी.पीपल्दा में,156 कि.मी., कनवास में 171 कि.मी. और रामगंजमंडी में  करीब 156 कि.मी. सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। 

डिप्टी सीएम ने दिए मरम्मत के निर्देश
प्रदेश की डिप्टी सीएम व सार्वजनिक निर्माण मंत्री दिया कुमारी ने गत दिनों विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों  व पुलियाओं का सर्वे कराया जाए। सर्वे के बाद उन सभी की मरम्मत करवाई जाए। मरम्मत का कार्य बरसात का दौर थमने के बाद अक्टूबर तक करने को कहा गया है। 

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इनका कहना है
बरसात से इस बार सार्वजनिक निर्माण विभाग की जिले में करीब 1170 कि.मी. की 400 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनमें से कोटा शहर की मात्र 36 कि.मी. ही सड़के हैं। अधिकतर सड़कें ग्रामीण क्षेत्र की हैं। वहीं जिले में करीब 30 पुलियाओं को बरसात से नुकसान हुआ है। सड़कों व पुलियाओं का सर्वे करवा लिया है। करीब 10 करोड़ रुपए सड़कों के और 2.50 करोड़ रुपए पुलियाओं की मरम्मत के प्रस्ताव बनाकर आपदा प्रबंधन विभाग को भेजे जा रहे हैं। वहां से स्वीकृति मिलने पर बरसात का दौर थमने के बाद पेचवर्क शुरू करवा दिया जाएगा। हालांकि अभी सितम्बर  में बरसात होने का अनुमान है। इस कारण से यह काम बरसात के बाद ही होगा। यदि आपदा प्रबंधन से स्वीकृति मिलने में देरी हुई तो विभाग के मद से पेचवर्क का काम कराया जाएगा। 
-आर.के. सोनी, अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग 

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