नया इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने की तैयारी, पुराने का उपयोग नहीं, मेडिटेशन सेंटर व एथलेटिक्स वेट ट्रेनिंग हॉल पर लगे हैं ताले
सुरक्षा की दृष्टि से स्टेडियम के पूर्वी छोर पर बने एंट्री सेंटर का भी उपयोग नहीं, वहां भी है ताला
एथलेटिक्स के खिलाड़ियों के लिए ट्रेक के समीप ही वेट ट्रेनिंग हॉल बनाया गया लेकिन तत्कालीन परिषद अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने बिना उपकरण खरीदे खाली हॉल का ही उद्घाटन कर दिया।
जयपुर। प्रदेश के बजट में करोड़ों की लागत से नया खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाए जाने की घोषणा के साथ ही प्रदेश का खेल विभाग और राजस्थान खेल परिषद के अधिकारी इन घोषणाओं के क्रियान्वयन में जुट गए हैं। दोनों ने अपने- अपने स्तर पर टीमें भी बना दीं लेकिन विभाग की टीम को प्रभावी माना जा रहा है।
जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे इतने तत्पर हैं कि दिल्ली तक का दौरा कर आए। परिषद मुख्यालय में आए दिन बजट घोषणाओं को लेकर बैठकों के दौर चल रहे हैं। लेकिन इस सब के बीच इन जिम्मेदार अधिकारियों की नजर सवाई मानसिंह स्टेडियम में ही बनी उन खेल सुविधाओं पर नहीं पड़ रही, जिन पर कई सालों से ताले ही जड़े हैं। करोड़ों में बनी बिल्डिंग और लाखों के इक्विपमेंट धूल चाट रहे हैं और खिलाड़ी इन सुविधाओं का उपयोग करने को तरस रहे हैं।
मेडिटेशन सेंटर के एसी अधिकारियों के दफ्तरों में
भाजपा की पिछली सरकार ने मेडिटेशन सेंटर बनाया। मिनी स्वीमिंग पूल के पास बने हॉल से जिम को शिफ्ट किया गया। हॉल में वुडन फ्लोर के साथ कुर्सियां, सोफे, एसी और प्रजेंटेशन के लिए प्रोजैक्टर भी लगाया ताकि योगा के साथ अन्य खेलों के खिलाड़ी भी मानसिक मजबूती के लिए इस सेंटर का लाभ उठा सकें। लेकिन कांग्रेस सरकार के पूरे 5 साल इसका ताला भी नहीं खोला गया। यही नहीं अब इसके एसी और फर्नीचर अन्य अधिकारी अपने दफ्तरों में ले गए हैं।
उपकरण आए नहीं, एथलेटिक्स वेट ट्रेनिंग हॉल का उद्घाटन एक साल पहले हो गया
एथलेटिक्स के खिलाड़ियों के लिए ट्रेक के समीप ही वेट ट्रेनिंग हॉल बनाया गया लेकिन तत्कालीन परिषद अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने बिना उपकरण खरीदे खाली हॉल का ही उद्घाटन कर दिया। तब से इस पर ताला लगा है। बाद में प्रस्तावित जिम के लिए मंगाए उपकरणों को इस हॉल में रखवा दिया गया। ट्रेक पर आने वाले एथलीट एक साल से इस ताले को ही देख रहे हैं।
रिसेप्शन सेंटर भी ताले में
स्टेडियम में चल रही महिला एकेडमियों की सुरक्षा को देखते हुए आम लोगों और खिलाड़ियों की एंट्री टोंक रोड गेट से तय की गई। इसके लिए वहां रिसेप्शन सेंटर बनाया गया लेकिन उसपर भी ताला लटका है। ये सेंटर सिर्फ गार्ड के सोने के लिए ही काम आता है।
ये हैं कुछ मुख्य घोषणाएं
- स्टेडियम में 100 करोड़ की लागत से बनेगा सेंटर फॉर एक्सिलेंस फॉर स्पोर्ट्स
- 15 करोड़ की लागत से बनेगा स्टेट आॅफ आर्ट अल्ट्रा फिटनेस सेंटर
- 250 करोड़ की लागत से बनेगी महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी
- हर संभाग मुख्यालय पर बनेगा 50-50 करोड़ की लागत से स्पोर्ट्स कॉलेज
- ग्राम पंचायत स्तर पर ओपन जिम
- सांगानेर स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रेक
- मसूदा, बनेडा, गजसिंहपुर, डेगाना, भादरा, चाकसू और जयसिंहपुरा खोर में नये खेल स्टेडियम
मेडिटेशन सेंटर में न योगा के खिलाड़ी आए और न ही कोई और। जहां तक एथलेटिक्स वेट ट्रेनिंग हॉल का सवाल है, यह हॉल तो खाली पड़ा था, जिसमें जिम का सामान रखा है। वेट ट्रेनिंग हॉल के क्या उपकरण आने थे और क्यों नहीं आए, ये मेरी जानकारी में नहीं है।
-सोहनराम चौधरी, सचिव, खेल परिषद
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