अनजाने फोन कॉल्स पर तुरंत ना करें भरोसा और बिना डरें करें बात
अपने जरूरी दस्तावेज किसी के साथ नहीं करें शेयर
झूठी गिरफ्तारी का डर और सेक्सटॉर्शन जैसे करीब 15 तरीकों से साइबर ठग आपको झांसे में लेकर फोन कर सकते हैं।
जयपुर। हर रोज बढ़ रहे साइबर क्राइम से बचना है तो डर, लालच और शर्म को त्यागना होगा। ठगों के पास ये तीनों ही साइबर क्राइम करने के सबसे बड़े हथियार साबित हो रहे हैं। साइबर ठग किसी न किसी तरीके से फोन नम्बर निकाल लेते हैं और फिर किसी अपने को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर डराते हैं। जो व्यक्ति इनके डर, लालच में फंस जाता है तो उसे ठगी का शिकार बना लिया जाता है।
ऐसे में बिना डरे या बिना संकोच किए, आप अपनी पूरी बात परिजनों, कानून के जानकारों और पुलिस को बताएं। यदि आप ऐसा करेंगे तब ही अपराधी पकड़े जाएंगे और खौफ पैदा होगा। वहीं यदि आप डरकर रह गए और खुद की ठगी की बात किसी को नहीं बताई तो ठगों के हौसले बुलंद होंगे और वह किसी अन्य व्यक्ति को डरा-धमका कर ठगी का शिकार बना लेंगे। झूठी गिरफ्तारी का डर और सेक्सटॉर्शन जैसे करीब 15 तरीकों से साइबर ठग आपको झांसे में लेकर फोन कर सकते हैं। यदि ऐसे कॉल्स आते हैं तो तुंरत हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल करें।
डरें नहीं सतर्क रहें (ऐसे फोन कॉल्स आएं तो)
- आनॅलाइन ट्रेडिंग, शेयर ट्रेडिंग
- डिजिटल अरेस्ट।
- सेक्सटॉर्शन।
- ई-ट्रेडिंग, शेयर मार्केट ट्रेडिंग एंड इन्वेस्टमेंट, फर्जी लोन।
- बिटकॉइन, ब्लॉक चेन, वर्चुअल करन्सी इन्वेस्टमेंट, आयकर रिटर्न फ्रॉड।
- फाइनेंसियल फ्रॉड (यूपीआई, डेबिट एंड क्रेडिट कार्ड्स), डिलीवरी स्कैम।
- ऑनलाइन फ्रॉड, एटीएम, पीओएस मशीन, कार्ड क्लोनिंग।
- ऑनलाइन जॉब, पार्ट-टाइम, फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल से बचें।
- सरकारी विभागों की वेबसाइटों के साथ छेड़छाड़, हैक करने एवं फर्जी वेबसाइट बनाकर साइबर अपराध करना।
- टिपलाइन पर चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के घटनाओं के संबंध में साइबर अपराध।
- डीप वेब, डार्क वेब, एआई, डीप फेक।
- वीओआईपी कॉल्स, प्रॉक्सी सर्वर, वीपीएन।
- फिशिंग, मेलवेयर, रेन्समवेयर
जागरूक रहें और सुरक्षित रहें (यह दस्तावेज नहीं करें साझा)
- अगर आपके कार्ड से अनजान या संदिग्ध लेन-देन हो रहें तो सतर्क हो जाएं।
- असुरक्षित या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और व्यक्तिगत दस्तावेजों समेत कोई जानकारी साझा ना करें
- नियमित्र रूप से अपने कार्ड के बिलिंग स्टेटमेंट की जांच करें और अनाधिकृत लेन-देन की रिपोर्ट करें।
- नकली सोशल मीडिया अकाउंट ना बनाएं।
- ई-चालान का भुगतान केवल यातायात पुलिस विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से करें।
- कोई अनजान महिला आपको सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो कॉल करती है तो सावधान रहें।
- फोन पर या किसी सोशल मीडिया अकाउंट से कोई जानकारी मांगता है तो तुंरत सतर्क हो जाएं।
- क्रिप्टोकरंसी और डॉलर में निवेश के दावे करने वाले सोशल मीडिया ग्रुप्स ऑन ऑनलाइन विज्ञापनों से सावधान रहें।
- फर्जी लोन ऐप्स से सावधान रहें।
एक नजर में साइबर अपराध
साइबर क्राइम के मामले में देश में झारखण्ड का देवगढ़ पहले नम्बर पर है। यहां देवगढ़ में अक्टूबर माह में 2910 मामले दर्ज हुए। यानि हर दिन 97 मामले दर्ज हुए हैं। इसी तरह हरियाणा के नूंह दूसरे नम्बर पर है। यहां 2585 मुकदमे दर्ज किए गए। हर दिन 86 मामले साइबर क्राइक के सामने आए। राजस्थान का डीग जिला तीसरे नम्बर पर है। यहां हर दिन 71 मामले साइबर क्राइम के दर्ज हुए। डीग में फरवरी 2024 में साइबर क्राइम के हर दिन 225 मामले दर्ज होते थे जो अब घटकर हर दिन 71 रह गए हैं।
साइबर क्राइम से बचने के लिए हर व्यक्ति को सतर्क और जागरुक रहना होगा। किसी भी अनजान फोन कॉल्स से घबराएं नहीं। संदिग्ध फोन आने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। भरतपुर के डीग में ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत कार्रवाई कर आठ माह में साइबर क्राइम में बड़ी संख्या में कमी आई है। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेंगी।
राहुल प्रकाश, आईजी भरतपुर रेंज
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