फीडर की मुख्य लाइन के 11 केवी विद्युत तारों का नीचे की तरफ हो रहा झुकाव

खेतों में किसानों को आ रही परेशानी, संबंधित विभाग की अनदेखी कहीं भारी नहीं पड़ जाए

फीडर की मुख्य लाइन के 11 केवी विद्युत तारों का नीचे की तरफ हो रहा झुकाव

किसानों का कहना है कि इस समय किसानों के खेत खाली हो चुके है।

भण्डेड़ा। जयपुर विद्युत वितरण निगम की सादेड़ा फीडर की 11 केवी मुख्य लाइन के विद्युत तारों का रखरखाव नही होने से तारों का झुकाव अधिक नीचे होने से खेतों में किसानों को परेशानी हो रही है। संबंधित विभाग द्वारा समय रहतें दुरूस्त नही किया तो कभी भी किसानों को खतरा हो सकता है। जिम्मेदारों की अनदेखी क्षेत्रीय किसानों पर भारी नहीं पड़ जाएं। जानकारी के अनुसार बांसी जीएसएस से जुडे़ सादेड़ा फीडर की मुख्य लाइन का लंबे समय से रखरखाव नही होने से इस लाइन में भण्डेड़ा के खेतो से गुजर रही 11 केवी विद्युत लाइन के तार बहुत-सी जगहों पर खेतों से गुजर रही लाइन की जगह पर कही पर दस-बारह फीट की ऊंचाई से गुजर रही है। जो खेतो में कृषि कार्य करते मशीनरी को भी खतरा है। वही अधिक ऊंचाई की फसलों को भी खतरा बना हुआ है। संबंधित विभाग समय रहते नही देते इस ओर ध्यान इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। किसानों का कहना है कि इस समय किसानों के खेत खाली हो चुके है। खेतो से गुजर रही 11 केवी लाइन हवा में लहराने से आपस में टकराव होने पर चिंगारियां गिरती है। इस दौरान खेतों में कृषि कार्य करते समय किसानों को इसका खतरा हो सकता है। इस समय विभाग इस समस्या को गंभीरतापूर्वक देखे। एवं समय रहते सुध लेकर लाइन के विद्युत तारों की खिचाई कर टाइट करें तो किसानों को भी राहत मिले।

लाइन के नीचे कई जगह पेड़-पौधों के कारण खतरा 
इस लाइन पर बहुत सी जगह पर लाइन बंबूलों से गुजर रही है, तो बहुत सी जगहों पर लाइन के नीचे पेड़-पौधे है। जो हवा के साथ ही तारों से टकराने पर चिंगारियां उठती है। क्षेत्र में गन्ने की फसल की जगह पर किसानों को अधिक खतरा बना हुआ है। जिम्मेदारों के अनदेखी क्षेत्रीय किसानों पर भारी नहीं पड़ जाए।

बार-बार होती है बिजली गुल
ग्रामीणों  का कहना है कि क्षेत्र में विद्युत लाइन का लंबे समय से मरम्मत का कार्य नही होने से बार-बार लाइन में फाल्ट आता हैं। क्षेत्र के उपभोक्ताओं की विद्युत आपुर्ति बाधित हो जाती है। बार-बार बिजली गुल की समस्या से जुझना पड़ता है। हल्की बूंदाबांदी होते ही लाइन में फाल्ट आ जाता है, जो थ्री फेस बिजली पर निर्भर किसानों को पर्याप्त बिजली भी नही मिल पाती है। बहुत-सी बार विद्युत तार टूटकर नीचे गिर जाते है। जो खेतो व रास्तों पर भी खतरा बढ़ जाता है। समय पर संबंधित विभाग सुध लेकर इस लाइन की मरम्मत करें, तो किसानों सहित घरेलू उपभोक्ताओं को भी राहत मिले। क्षेत्र में अनहोनी घटनाएं घटित होने से भी राहत मिले। 

इनका कहना है 
फीडर की लाइन के तकनीकी कर्मचारी से इस संबंध में मौके की जानकारी लेगें। इसके बाद विभाग का शेड्यूल बनाकर भेज देगें। जब लाइन की मरम्मत का कार्य स्वीकृति होगी। 
- मनीष पहाडिया, जेईएन, विद्युत विभाग, नैनवां-देई

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