भ्रष्टाचार के लिए कुछ व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करना पर्याप्त नहीं : माझी
या एक साल में खत्म नहीं किया जा सकता
माझी ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार ने अपनी जड़ें गहरी कर ली हैं और इसे एक दिन, एक महीने या एक साल में खत्म नहीं किया जा सकता।
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार से निपटने के लिए ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर दोनों तरीकों को लागू किया है। माझी ने भ्रष्टाचारियों में जेल का डर करने के लिए दीर्घकालिक अभियान की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के लिए सिर्फ एक या कुछ व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करना पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट लोगों को अपने कार्यों के परिणामों के बारे में सोचकर नींद खोनी होगी। उन्होंने यहां राज्य स्तरीय भ्रष्टाचार विरोधी जागरूकता सप्ताह-2024 में बोलते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी अभियान स्थायी होना चाहिए, ताकि यह भ्रष्ट आचरण के लिए एक शक्तिशाली निवारक के रूप में काम करे। माझी ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार ने अपनी जड़ें गहरी कर ली हैं और इसे एक दिन, एक महीने या एक साल में खत्म नहीं किया जा सकता।
इसके लिए निरंतर प्रयास और सतर्कता की आवश्यकता है। भ्रष्टाचार की तुलना मधुमेह से करते हुए उन्होंने कहा कि मधुमेह की तरह, भ्रष्टाचार भी तुरंत अपना प्रभाव नहीं दिखा सकता है, लेकिन समय के साथ यह व्यक्तियों और समाज को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। भारतीय समाज में भ्रष्टाचार की व्यापक प्रकृति का उल्लेख करते हुए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैंने दिल्ली से एक रुपया भेजा और लाभार्थी को केवल 15 पैसे मिले। माझी ने सवाल किया,बाकी 85 पैसे कहां गए? हम सभी इसका जवाब जानते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और दूरदर्शिता से प्रेरित राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को अपना प्राथमिक लक्ष्य बनाया है और जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है।
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