6 दिन दबाकर खा रहे और 1 दिन उपवास कर रहे जंगली जानवर
सर्दी में गर्मी का एहसास दिलाएंगे हीटर,पराल से मिलेगा जानवरों को आराम
चिड़ियाघर व बायोलॉजिकल पार्क के वन्यजीवों को मिलेगी बूस्टर डोज।
कोटा। सर्दियां तेज होते ही अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क व चिड़िया घर के जंगली जानवरों की मौज हो गई। सप्ताह में 6 दिन दबाकर भोजन कर रहे और 1 दिन उपवास कर अपने पाचन तंत्र मजबूत कर रहे हैं। दरअसल, सर्दी की दस्तक के साथ ही 20 नवम्बर से वन्यजीवों का डाइट प्लान पूरी तरह से बदल दिया गया है, जो फरवरी तक जारी रहेगा। इन दिनों उनकी खुराक बढ़ाने के साथ डाइट में मल्टी विटामिन, कैल्शियम, मिनरल्स व लीवर टॉनिक शामिल की गई है। वहीं, इंफेक्शन से बचाने के लिए पिंजरों में हल्दी का छिड़काव किया गया और शीत लहरों से बचाव के लिए पिंजरों के बाहर हीटर लगााए गए हैं। साथ ही नाइट शेल्टर में चावल की पराल बिछाई गई है। सप्ताह में एक दिन हर मंगलवार को मांसाहारी वन्यजीवों को भूखा रख उपवास कराया जा रहा है। ताकि, जिससे उनकी पाचन तंत्र मजबूत बनी रहे और पेट से संबंधित बीमारियां न हो।
नाइट शेल्टर में लगे हीटर व पर्दे
अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क के वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. विलास राव गुल्हाने ने बताया कि सर्दी से बचाव के लिए शाकाहारी व मांसाहारी वन्यजीवों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। सभी वन्यजीवों के नाइट शेल्टरों में पर्दे लगाए गए हैं। लॉयन, टाइगर, जरख, सियार, भेडिया व भालू के नाइट शेल्टर से 10 फीट की दूरी पर हीटर लगा दिए गए हैं। साथ ही पिंजरों का फर्श न गले इसके लिए चावल की पराल बिछाई गई है।
हर मंगलवार को मांसाहारी वन्यजीवों का व्रत
वन्यजीव चिकित्सक गुल्हाने ने बताया कि बायोलॉजिकल पार्क में मौजूद सभी मांसाहारी वन्यजीवों को सप्ताह में हर मंगलवार को निराहार रखा जाता है। एक टाइम भूखे रहने से उनका हाजमा सही रहता है। इसीलिए चिड़ियाघरों में रहने वाले मांसाहारी वन्यजीवों को सप्ताह में एक दिन फास्टिंग कराई जाती है ताकि डाइजेशन और एक्टिवनेस बनी रहे।
टाइगर-लॉयन 12 किलो मांस, मल्टी विटामिन
डॉ. गुल्हाने ने बताया कि डाइट प्लान के हिसाब से लॉयनेस व बाघिन को 8-8 किलो पाड़ा मांस के साथ 4-4 किलो मुर्गा (प्रति एनिमल) दिया जाएगा। इसके अलावा मल्टी विटामिन, मल्टी मिनरल्स, कैल्शियम के अलावा लीवर टॉनिक भी दिया जाएगा। यह मिनरल मिक्चर (सप्लीमेंट्स) 20 एमएल हर दिन मांस के टुकड़ों पर मिलाकर देंगे। जिससे इनके शरीर में ऊर्जा का संचार बेहतर होने के साथ पाचन तंत्र भी मजबूत होगा।
मांसाहारी वन्यजीवों का डाइट प्लान
भालू की मौज, पिंडखजूर व फलों की उड़ा रहा मौज
सर्दियों में सबसे ज्यादा मजे भालू के हैं। यहां 2 भालू है, जिसे डाइट में प्रतिदिन 3-3 किलो मौसमी फल, 1.5 किलो दलिया, 2 लीटर दूध, 20 ग्राम शहद, 100 ग्राम पिंड खजूर, 50-50 ग्राम पिंड खजूर प्रतिदिन डाइट में शामिल किए गए हैं। साथ ही मल्टीविटामिन, कैल्शियम व मिनरल्स भी दिए जा रहे हैं।
पिंजरों में हल्दी का छिड़काव व बिछाई पराल
बायॉलोजिकल पार्क में तैनात कर्मचारियों ने बताया कि शाकाहारी व मांसाहारी वन्यजीवों को सर्दी के साथ इंफेक्शन से बचाव के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। उनके एनक्लोजर और नाइट शेल्टरों व एनक्लोजर में हल्दी का छिड़काव किया है ताकि, उनके शरीर पर कोई चोट लग जाए तो हल्दी लगने से इंफेक्शन नहीं होगा।
3 किलो मांस के साथ कैल्शियम खाएगा पैंथर
बायोलॉजिकल पार्क में मांसाहारी वन्यजीवों की डाइट में हैल्दी पोषक तत्व शामिल किए गए हैं। यहां 4 लेपर्ड हैं। जिन्हें प्रति लेपर्ड को प्रतिदिन 3 किलो पाड़ा मांस, सियार को एक किलो मांस, 2 भेड़िए को 2 किलो के हिसाब से रोजाना 8 किलो तथा 3 हायना को भी 2 किलो के हिसाब से 6 किलो तथा 4 सियार को 4 किलो मीट प्रतिदिन खिलाया जा रहा है। साथ ही सप्लीमेंट में मल्टी विटामिन, कैल्शियम, लीवर टॉनिक भी दिए जा रहे हैं।
फरवरी तक रहेगा शेड्यूल
शाकाहारी व मांसाहारी वन्यजीवों का डाइट प्लान तैयार कर लिया गया है। जिसे 20 नवम्बर से लागू कर दिया गया है। सर्दियों में वन्यजीवों की खुराक बढ़ जाती है। ऐसे में डाइट में जरूरी पोषक तत्वों को शामिल किया गया है। सर्दी का यह शेड्यूल फरवरी तक जारी रहेगा।
- डॉ. विलास राव गुल्हाने, वन्यजीव चिकित्सक अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क
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