सफला एकादशी आज : व्रत रखकर भगवान विष्णु की जाती है विशेष पूजा-अर्चना
घर के आंगन में तुलसी के पास दीपक जलाकर परिक्रमा करनी चाहिए
एकादशी पर विष्णु जी के साथ ही उनके अवतारों की भी पूजा करनी चाहिए।
जयपुर। सफला एकादशी के अवसर पर लोग व्रत रखेंगे। इस तिथि पर भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है और दिनभर विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत किया जाता है। माना जाता है कि सफ ला एकादशी का व्रत करने से सभी शुभ कार्यों में सिद्धि का आशीर्वाद मिलता है। सफला एकादशी पौष मास की एकादशी है और इस दिन पवित्र नदी में स्नान के साथ ही भगवान विष्णु की पूजा का खास महत्व शास्त्रों में बताया गया है।
परेशानियां होती दूर
कृष्ण पक्ष की एकादशी घर-परिवार की ओर से कार्यों में आ रही परेशानियों को दूर करना वाला व्रत माना जाता है। स्कंद पुराण के वैष्णव खंड़ में एकादशी महात्म्य नाम के अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों के बड़े भाई युधिष्ठिर को एकादशियों के व्रत के बारे में बताया था। एकादशी पर विष्णु जी के साथ ही उनके अवतारों की भी पूजा करनी चाहिए।
राम-कृष्ण की पूजा करनी चाहिए
इस दिन श्रीराम और श्रीकृष्ण की पूजा करनी चाहिए। श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल को भी माखन-मिश्री का भोग तुलसी के साथ लगाना चाहिए। सफ ला एकादशी की शाम घर के आंगन में तुलसी के पास दीपक जलाकर परिक्रमा करनी चाहिए। सूर्यास्त के बाद तुलसी को स्पर्श नहीं करना चाहिए। पूजा में शालिग्राम जी की प्रतिमा भी रखनी चाहिए। तुलसी और शालिग्राम जी को हार-फू ल, वस्त्र आदि पूजन सामग्री अर्पित करें। फ लों का भोग लगाएं।
पंचाग के अनुसार पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 25 दिसंबर को रात 10.29 मिनट पर होगी। उदयातिथि के अनुसार 26 दिसंबर को सफ ला एकादशी का व्रत रखा जाएगा। सफ ला एकादशी पर पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7.12 से सुबह 8.30 मिनट तक रहेगा। इस अवधि में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं।’
-डॉ.अनीष व्यास, ज्योतिषी एवं कुंडली विशेषज्ञ
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