दिल्ली-बिहार के चुनाव पर फोकस रहा बजट भाषण : यह मोदी सरकार के 10 साल का सबसे कमजोर बजट, चुनावी लाभ लेने के अलावा कुछ नहीं ; कांग्रेस ने कहा - किसानों को नहीं दी एमएसपी
संसद भवन परिसर में कहा
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई, वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा तथा मनीष तिवारी ने आम बजट 2025-26 को दस साल का सबसे कमजोर बजट बताया।
नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई, वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा तथा मनीष तिवारी ने आम बजट 2025-26 को दस साल का सबसे कमजोर बजट बताया और कहा कि यह बजट बिहार तथा दिल्ली विधानसभा चुनाव पर केंद्रित रहा है। सैलजा, तिवारी तथा गोगोई ने लोकसभा में बजट पेश होने के बाद संसद भवन परिसर में कहा कि कहा कि बजट में दिल्ली तथा बिहार विधानसभा चुनाव में लाभ लेने के प्रयास के सिवा कुछ भी नहीं है। बजट को पूरी तरह से बिहार पर केंद्रित कर दिया है।
सैलजा ने कहा कि बजट में मनरेगा के लिए कोई घोषणा नहीं की गई है। वित्त मंत्री के भाषण में सिर्फ बिहार तथा दिल्ली ही छाया रहा। दिल्ली विधानसभा के चुनाव पांच फरवरी को होने हैं। इसलिए इन चुनावों के कारण दिल्ली पर जोर दिया गया। बिहार में चुनाव होने वाले हैं। इसलिए बजट में बिहार ही छाया रहा। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नहीं दिया गया है, जिसकी वे लंबे समय से मांग कर रहे हैं।
गोगोई ने कहा कि इस बजट में कुछ भी नहीं है और यह मोदी सरकार के दस साल का सबसे कमजोर बजट है। दस साल में यह देखा गया है कि मोदी सरकार के बजट में गरीब और मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं होता है और इस बार भी यही हुआ है। सिर्फ शब्दों का खेल होता रहा है और जुमले बाजी इस सरकार के बजट में हमेशा सामने आती रही है और इस बार भी जुमलेबाजी ही हुई है। नया कुछ नहीं है। तिवारी ने कहा कि सीतारमण के बजट से लग रहा था कि बिहार सरकार का बजट पेश किया जा रहा है। यह बजट पूरी तरह से बिहार पर केंद्रित रहा है। ऐसा लगता है कि बजट बनाते समय सरकार का ध्यान सिर्फ बिहार के लोगों को खुश करने पर रहा है।
Comment List