dreams
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... युवाओं के सपने साकार करना सरकार की प्राथमिकता : नकल पर नकेल लगाने का किया कार्य, जोगाराम पटेल ने कहा- युवाओं को उनके परिश्रम का फल सरकारी नौकरी के नियुक्ति-पत्र के रूप में हुआ प्राप्त
Published On
By Jaipur
सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र कुल 10 लाख नही, बल्कि 11 लाख युवाओं को रोजगार प्रदान करेंगे। अब नकलची नहीं जो योग्य, शिक्षित और कर्मठ होगा, उसे ही रोजगार मिलेगा। शहरों के सपने अधूरे क्यों : टूटी सड़कें, जर्जर पाइपलाइनें और मेनहॉल से उगलता सीवरेज दिखा रहा शहरी विकास की अधूरी तस्वीर, अमृत-2.0 के तहत राजस्थान में 321 परियोजनाएं मंजूर
Published On
By Jaipur
मौके पर 97 परियोजनाओं के ही कार्यादेश जारी हो सके, जिनकी लागत 4735.65 करोड़ है। जहां तक प्रोग्रेस की बात करें तो महज 48.17 करोड़ की 17 परियोजनाओं का ही काम ही पूरा हो सका हैं। आंखों में नव अरमान लिए मंजिल को अपना मान लिया, फिर कठिन क्या, आसान क्या...
Published On
By kota
कोटा के 2 हजार से अधिक युवक युवतियों और महिलाओं को फैशन की दुनिया में अपना केरियर बनाने के लिए तैयार करने वाली अनु ग्रोवर कोटा से लेकर वॉलीवुड तक अपने नाम का डंका बजवा चुकी है। देश के युवाओं को अपना जीवन सुधारने के लिए बेहतर शिक्षा की जरूरत - पूर्व राष्ट्रपति
Published On
By Jaipur
आज की स्कूलों में नई सुविधाओं के साथ ही नई टेक्नोलॉजी और खेलकूद की भी बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे कि बच्चों का बौद्धिक विकास के साथ ही सर्वांगीण विकास हो सके। टॉलीवुड की चमक-दमक के पीछे एक विराट स्याह अंधेरा, ख्वाबों के टूटने के सदमें में खुदकुशी कर लेती हैं अभिनेत्रियां
Published On
By Jaipur
कोलकाता। टॉलीवुड की चमक-दमक के पीछे एक विराट स्याह अंधेरा है। जिसका पता तब मालूम होता है, जब कोई सितारा असमय टूटता और बुझ जाता है। वहां लाइम लाइट के बाद गुमनामी के अंधेरे में खो जाने का डर सताता है। गर इंसान जहां तन्हा होता है। मोहब्बत में भावनाओं की सच्चाई नहीं होती। गरजपरस्ती होती है। और जब चारों ओर घना अंधेरा पसरता नजर आता है, तो पलायनवादी लड़कियां कई बार खुदकुशी का रास्ता अपना लेती हैं। 