कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठे रहे छोटे-छोटे बच्चे, चार घंटे बाद परिषद सचिव ने सुनी व्यथा, राष्ट्रीय खेलों में हिस्सेदारी पर संकट
खिलाड़ियों की व्यथा शाम को परिषद सचिव राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने सुनी
उत्तराखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए राजस्थान की मलखंब टीम के चयन में विवाद के चलते बुधवार को छोटे-छोटे बच्चे सर्दी में सवाई मानसिंह स्टेडियम में धरने पर बैठ गए।
जयपुर। उत्तराखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए राजस्थान की मलखंब टीम के चयन में विवाद के चलते बुधवार को छोटे-छोटे बच्चे सर्दी में सवाई मानसिंह स्टेडियम में धरने पर बैठ गए। चार घंटे तक ठंड में ठिठुरते इन खिलाड़ियों की व्यथा शाम को परिषद सचिव राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने सुनी। इसके बाद राजस्थान ओलंपिक संघ ने अपनी 11 जनवरी को हुई ट्रायल को निरस्त करने का निर्णय लिया और चयन का जिम्मा मलखंब फेडरेशन आॅफ इंडिया को सौंप दिया। हालांकि, इस देरी के कारण अब राष्ट्रीय खेलों में राजस्थान के खिलाड़ियों की भागीदारी पर सवाल खड़े हो गए हैं। एंट्री की समय सीमा समाप्त होने के बाद खिलाड़ियों के भविष्य पर अनिश्चितता बनी हुई है।
चयन ट्रायल रद्द मगर कैसे होगी खेलों में भागीदारी :
शाम को परिषद सचिव राजेन्द्र सिंह सिसोदिया स्टेडियम पहुंचे और खिलाड़ियों की समस्या को समझा। सिसोदिया के दखल के बाद राजस्थान ओलंपिक संघ के अध्यक्ष तेजस्वी सिंह ने देर शाम ट्रायल रद्द कर दी और टीम चयन का जिम्मा नेशनल फेडरेशन पर छोड़ दिया। कोच गोपाल ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। लेकिन उन्होंने कहा कि ओलंपिक संघ की लापरवाही के कारण इतनी देरी हो चुकी है कि खिलाड़ियों की भागीदारी पर संकट खड़ा हो गया है।
चार घंटे सर्दी में ठिठुरते रहे खिलाड़ी :
जब खिलाड़ी स्टेडियम पहुंचे, तो वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। छोटे-छोटे बच्चे ठंड में धरने पर बैठे रहे, लेकिन अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ली। इस दौरान स्टेडियम में सभी महत्वपूर्ण विभागों का जिम्मा संभाले स्पोर्ट्स मैनेजर और अन्य अधिकारी हीटर चलाकर अपने दफ्तरों में ही बैठे रहे।
चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी पर कोच ने दी थी आत्मदाह की धमकी :
राजस्थान ओलंपिक संघ पर चयन में धांधली के आरोप लगाते हुए कोटा के कोच और राष्ट्रीय रेफरी गोपाल सिसोदिया ने आत्मदाह की धमकी दी थी। उनके इस कदम ने मामले को और अधिक गंभीर बना दिया। गोपाल बुधवार को अपनी व्यायामशाला के खिलाड़ियों को लेकर जयपुर पहुंच गए।
क्रीड़ा भारती के हस्तक्षेप से मामला शांत :
कोच गोपाल और खिलाड़ियों के धरने के बीच आरएसएस से जुड़ी क्रीड़ा भारती के कुछ वरिष्ठ कार्यकर्ता भी स्टेडियम पहुंचे। उन्होंने अपने वरिष्ठ पदाधिकारियों प्रसाद महानकर और रामानन्द चौधरी के निर्देशों का हवाला देते हुए कोच गोपाल को अनुशासन बनाए रखने और मामले को सही तरीके से सुलझाने की सलाह दी।
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