केरल को हराकर विदर्भ ने जीता रणजी ट्रॉफी का खिताब
नायर ने बनाए 135 रन
विदर्भ ने फाइनल मुकाबले में रनों का पहाड़ करते हुए केरल को हराकर पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया है।
नागपुर। विदर्भ ने फाइनल मुकाबले में रनों का पहाड़ करते हुए केरल को हराकर पहली पारी में मिली बढ़त के आधार पर रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया है। तीसरी बार जीता खिताब केरल और विदर्भ के बीच नागपुर में खेला गया फाइनल मुकाबला पांचवें दिन ड्रॉ पर समाप्त हुआ। विदर्भ को पहली पारी में केरल पर बनाई गई बढ़त के आधार पर जीत मिली और इस घरेलू टूर्नामेंट में चैंपियन बन गया। विदर्भ ने तीसरी बार रणजी का खिताब जीता है। इससे पहले उसने 2017-18 और 2018-19 में खिताब जीता था। विदर्भ के दानिश मालेवार को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच से नवाजा गया। वहीं विदर्भ के हर्ष दुबे को प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला।
नायर ने बनाए 135 रन :
विदर्भ ने कल के चार विकेट पर 249 रनों से आगे खेलना शुरु किया। आज सुबह के सत्र में मैच के पांचवें दिन करूण नायर ने अभी अपने कल के स्कोर में तीन रन जोड़े थे कि आदित्य सरवटे ने उन्हें अजरुद्दीन ने स्टंप कर पवेलियन भेज दिया। नायर ने (295) में 10 चौके और दो छक्के लगाते हुए (135) रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। हर्ष दुबे (4) रन बनाकर आउट हुये। कप्तान अक्षय वड़कर (25) को सरवटे ने बोल्ड आउट किया। अक्षय कारनेवार (30) को एनपी बासिल ने बोल्ड किया। दोनों कप्तानों की मैच ड्रॉ करने की सहमति के समय विदर्भ ने 143.5 ओवरों में नौ विकेट पर 375 रन बना लिये थे और दर्शन नालकंडे (51 अविजित) और यश ठाकुर (आठ) अविजित रहे। केरल की ओर से आदित्य सरवटे ने चार विकेट लिए। एम डी निधीष, जलज सक्सेना, ईडन ऐपल टॉम, एनपी बासिल और अक्षय चंद्रन ने एक-एक विकेट लिया।
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