इटली के नहीं थे अमेरिका की खोज करने वाले क्रिस्टोफर कोलंबस 

अपनी असली पहचान को छुपाया था

इटली के नहीं थे अमेरिका की खोज करने वाले क्रिस्टोफर कोलंबस 

कोलंबस के स्पेन से होने के बारे में ये दावा एक नए आनुवंशिक अध्ययन के आधार पर किया गया है।

वॉशिंगटन। क्रिस्टोफर कोलंबस के बारे में वर्षों से ये माना जाता है कि वह इटली के नाविक थे। अपनी एक यात्रा के दौरा अक्टूबर, 1492 में वह समुद्र के रास्ते से ही अमेरिका पहुंचे थे और उनको अमेरिका की खोज करने का श्रेय मिला था। हालांकि अब एक नई रिसर्च कहती है कि क्रिस्टोफर कोलंबस इटली के नहीं थे, जैसा कि वर्षों से माना जाता है। वह स्पेन के थे और सेफर्डिक यहूदी थे। उन्होंने उत्पीड़न से बचने के लिए अपनी असली पहचान को छुपाया था।

कोलंबस के स्पेन से होने के बारे में ये दावा एक नए आनुवंशिक अध्ययन के आधार पर किया गया है। स्पेनिश वैज्ञानिकों के नेतृत्व में की गई रिसर्च का उद्देश्य कोलंबस की पृष्ठभूमि के बारे में लंबे समय से चली आ रही अनिश्चितता को दूर करना है। इतिहासकारों में वर्षों से 15वीं शताब्दी के नाविक कोलंबस के जन्मस्थान पर बहस होती रही है।

हमारे पास कोलंबस का डीएनए है
कोलंबस के बारे में यही माना जाता है कि वह इटली के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित गणराज्य जेनोआ से आए थे। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सेविले कैथेड्रल में रखे गए कोलंबस के अवशेषों के डीएनए विश्लेषण ने इस दावे को चुनौती देने वाले ठोस सबूत पेश किए हैं। फोरेंसिक विशेषज्ञ मिगुएल लोरेंटे ने स्पेन में प्रसारित कोलंबस डीएनए: द ट्रू ओरिजिन नाम की डॉक्यूमेंट्री में कहा, हमारे पास क्रिस्टोफर कोलंबस का डीएनए है, जो बहुत कम लेकिन पर्याप्त है। हमारे पास उनके बेटे हर्नांडो कोलोन का डीएनए है। हर्नांडो के वाई (पुरुष गुणसूत्र) और माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए (मां से) दोनों में यहूदी मूल के संगत लक्षण हैं। इस रिसर्च की शुरूआत 2003 में हुई थी, जब ग्रेनेडा विश्वविद्यालय के फोरेंसिक मेडिसिन प्रोफेसर जोस एंटोनियो लोरेंटे ने इतिहासकार मार्शियल कास्त्रो के साथ मिलकर सेविले कैथेड्रल से कोलंबस के अवशेष निकाले। ऐतिहासिक संदर्भों के निष्कर्षों से पता चलता है कि कोलंबस ने अपनी यहूदी जड़ों को छिपाया होगा या उस समय स्पेन में प्रचलित धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए कैथोलिक धर्म अपना लिया होगा।

शोधकर्ताओं ने अभी तक कोलंबस के सटीक जन्मस्थान का पता नहीं लगाया है, लेकिन उनका मानना है कि यह पश्चिमी यूरोप में कहीं है, जिसमें वेलेंसिया, स्पेन, न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार एक मजबूत संभावना है। कोलंबस की मृत्यु 1506 में स्पेन के वलाडोलिड में हुई थी। उनके अवशेषों को सदियों में कई बार स्थानांतरित किया गया था, अंत में सेविले में दफनाया गया।

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