अमेरिका में कोविड वैक्सीन ने ली 10 बच्चों की जान, एफडीए के चीफ मेडिकल अफसर का बड़ा खुलासा
वैक्सीन पर बदला ट्रंप प्रशासन का रुख
यूएस-एफडीए के एक मेमो में बताया गया है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन से मायोकार्डिटिस जैसे दुष्प्रभावों के कारण कम से कम 10 बच्चों की मौत हुई है। यह निष्कर्ष 2021-2024 के बीच हुई 96 मौतों के अध्ययन पर आधारित है। इस खुलासे के बाद अमेरिका में वैक्सीन नीति बदली गई है और इसे अब उच्च जोखिम वाले लोगों तक सीमित किया गया है।
वॉशिंगटन। अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएस-एफडीए) ने कहा है कि देश में कोविड-19 टीकाकरण की वजह से कम से कम 10 बच्चों की मौत हुई है। इसका एक संभावित कारण मायोकार्डिटिस या दिल की सूजन बताया गया है। एफडीए के चीफ मेडिकल और साइंटिफिक अफसर विनय प्रसाद ने एक एजेंसी स्टाफ को भेजे एक मेमो में कहा कि एक रिव्यू में कम से कम 10 ऐसे बच्चों की पहचान हुई है, जिनकी मौत कोविड-19 वैक्सीन लगने के बाद और उसकी वजह से हुई। समाचार एजेंसी 0ने बताया कि प्रसाद ने मेमो में लिखा, ये मौतें वैक्सीनेशन से जुड़ी हैं। यह एक बहुत बड़ा खुलासा है। पहली बार अमेरिकी एफडीए यह मानेगा कि कोविड-19 वैक्सीन से अमेरिकी बच्चों की मौत हुई है।
वैक्सीन पर नीति में बड़ा बदलाव :
इसके पहले न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि नए एफडीए रिव्यू के नतीजे किसी पीयर-रिव्यूड मेडकल जर्नल में प्रकाशित नहीं हुए हैं। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की वैक्सीन कमेटी अगले सप्ताह बैठक करने वाली है। इस बीच अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्ट एफ केनेडी जूनियर ने कोविड वैक्सीन पर सरकारी नीति में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत 65 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों के साथ-साथ उन लोगों तक इसकी पहुंच सीमित कर दी है, जिन्हें कोई दूसरी बीमारी है।
वैक्सीन पर बदला ट्रंप प्रशासन का रुख :
डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में हेल्थ सेक्रेटरी का पद संभालने से पहले केनेडी लंबे समय तक एंटी-वैक्सीन अभियान से जुड़े रहे हैं। केनेडी ने वैक्सीन को ऑटिज्म से भी जोड़ा है। हालांकि, ट्रंप के पहले कार्यकाल में जब कोरोना वायरस महामारी फैली थी और उनके बाद आए बाइडन प्रशासन में अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने वैक्सीन को जान बचाने वाला बताया था।
एफडीए कमिश्नर मार्टी मकारी ने फॉक्स न्यूज पर प्रसारित एक टीवी इंटरव्यू में 10 बच्चों की मौत की रिपोर्ट की पुष्टि की। मकारी ने फॉक्स एंड फ्रेंड्स को बताया कि 2020 में रिलीज हुई कोविड वैक्सीन जोखिम वाले लोगों और बुजुर्गों के लिए बहुत अच्छी थीं। लेकिन उन्होंने कहा कि अब युवाओं का हर साल कुछ कोविड शॉट देना साइंस पर आधारित नहीं है।
कोविड वैक्सीन पर बड़ा खुलासा :
मेमो में बच्चों की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति या इसमें शामिल वैक्सीन बनाने वालों के बारे में नहीं बताया गया था। ये नतीजे 2021 और 2024 के बीच हुई 96 मौतों के शुरूआती अध्ययन पर आधारित थे। प्रसाद ने कहा कि इससे यह नतीजा निकलता है कि कम से कम 10 मौतें कोविड-19 वैक्सीनेशन से जुड़ी हैं। प्रसाद ने मेमो में लिखा, ऐसे मामले पढ़ना मुश्किल है जहां 7 से 17 साल के बच्चे कोविड वैक्सीन की वजह से मर सकते हैं। उन्होंने वैक्सीन की निगरानी को और सख्त करने के प्लान की घोषणा की। एफडीए रिव्यू को पीयर-रिव्यू नहीं किया गया है।

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