मंकीपॉक्स से लेकर जीका वायरस तक, साल 2024 में इन बीमारियों ने फैलाई दहशत
वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी दबाव डाला
2024 में दुनिया ने कई गंभीर बीमारियों का सामना किया।
नई दिल्ली। साल 2024 का आखिरी महीना चल रहा है। कुछ ही दिनों में दुनिया नए साल का स्वागत करेगी। अब जब साल 2024 के आखिरी कुछ दिन बचे हैं, तब वक्त है इस साल की घटनाओं और स्वास्थ्य संकटों पर नजर डालने का है। 2024 में दुनिया ने कई गंभीर बीमारियों का सामना किया। इन बीमारियों ने ना केवल लाखों लोगों को प्रभावित किया, बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी दबाव भी डाला है।
मंकीपॉक्स :
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 12 जून, 2024 तक दुनिया भर में मंकीपॉक्स के 97,281 मामले दर्ज किए गए थे। इतना ही नहीं, दुनिया में मंकीपॉक्स के कारण 208 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी भी घोषित किया था। अफ्रीका के कई देशों को अपनी चपेट में लेने के बाद यह बीमारी यूरोप और एशिया तक फैल गई थी।
डेंगू :
2024 में डेंगू बुखार ने एशिया, दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका में बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित किया। एशियाई देशों में होने वाली बारिश के कारण डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 30 अप्रैल 2024 तक 7.6 मिलियन से अधिक डेंगू के मामले दर्ज किए गए थे। साल 2024 में डेंगू की वजह से 3000 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
कोविड-19 का एक्सबीबी वेरिएंट :
2024 में कोरोना वायरस का कहर एक एक बार फिर देखने को मिला। इस साल कोरोना के नए वेरिएंट एक्सबीबी ने दुनिया भर में तबाही मचाई। कोविड-19 का एक्सबीबी वेरिएंट ने ना सिर्फ वैक्सीन की प्रभावशीलता को कम किया है, बल्कि कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। कोरोना का यह वेरिएंट तेजी से फैलने वाला था और बच्चों व बुजुर्गों पर अधिक प्रभाव डाल रहा था।
निपाह वायरस :
भारत के दक्षिणी राज्य केरल में 2024 में निपाह वायरस का प्रकोप देखने को मिला। निपाह वायरस चमगादड़ों और सूअरों से फैलता है। कोरोना की तरह की निपाह भी एक संक्रामक बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलती है। निपाह वायरस की चपेट में आने से केरल में कई लोगों की मौत हुई है।
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