विश्व कैंसर दिवस : जागरूकता के लिए अस्पतालों में हुए आयोजन
हेपेटाइटिस बी टीकाकरण यकृत कैंसर के जोखिम को कम करता है
समय पर जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
जयपुर। विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर चिकित्सा संस्थानों में कई जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम डॉ. रवि शेखावत ने बताया कि कैंसर दिवस पर स्क्रीनिंग कैंपों के जरिए आमजन की जांच की गई। साथ ही संस्थानों में उपस्थित लोगों को कैंसर के कारण, सावधानी और उपचार के बारे में अवगत कराया गया।
महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड टेक्नोलॉजी जयपुर में विश्व कैंसर दिवस पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित हुआ, इसमें संस्थापक और एमेरिट्स चेयरमैन डॉ. एमएल स्वर्णकार ने कहा कि श्रीराम कैंसर सेंटर में साढ़े तीन सौ बेड्स पर कैंसर उपचार किया जा रहा है, जिसे अगले साल एक हजार बेड्स का अत्याधुनिक कैंसर सेंटर बनाया जाएगा। वाइस चांसलर डॉ. अचल गुलाटी ने कहा कि कैंसर का सफल उपचार अब संभव है। समय पर रोग की पहचान के लिए जांच और वैयक्तिक तौर पर उपचार करने की जरूरत है।
मणिपाल हॉस्पिटल ,सोशल संस्कृति क्लब एवं लायंस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में कैंसर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों में कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाना एवं इसके रोकथाम और इलाज से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करना था। कार्यक्रम के दौरान कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिलाषा मान और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीषा गुप्ता ने उपस्थित लोगों को कैंसर से बचाव, शुरुआती लक्षणों की पहचान, आधुनिक उपचार विधियों एवं जीवनशैली में आवश्यक परिवर्तनों की जानकारी दी। समय पर जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर सीनियर कंसल्टेंट ऑन्कोलॉजी फोर्टिस अस्पताल जयपुर डॉ. दिवेश गोयल ने कहा कि रोकथाम और समय पर पता लगाने की प्रवृति को अपनाकर हम कैंसर के बोझ को काफी हद तक कम कर सकते हैं। तंबाकू का सेवन कैंसर का प्रमुख कारण है। धूम्रपान छोड़ने से फेफड़े, मुंह और गले के कैंसर सहित विभिन्न कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है। एचपीवी टीकाकरण गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से बचाता है जबकि हेपेटाइटिस बी टीकाकरण यकृत कैंसर के जोखिम को कम करता है। गांठ, बिना किसी कारण के वजन कम होना, लगातार थकान या त्वचा में बदलाव जैसे लक्षण कैंसर का कारण हो सकते हैं।
विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर मानसरोवर स्थित एचसीजी हॉस्पिटल में भी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यूनाइटेड बाय यूनीक, इन द फाइट अगेन्स्ट कैंसर कार्यक्रम हुआ, इसमें अस्पताल में कैंसर का उपचार लेकर सफल जीवन जी रहे कैंसर सर्वाइवर्स के साथ डॉक्टर्स को स्पेशल सैशन आयोजित किया गया। इस सैशन में कैंसर से जंग जीत चुके मरीजों ने उपस्थित लोगों के सामने अपनी कैंसर की यात्रा और इससे उभरने की पूरी कहानी साझा की।
विश्व कैंसर दिवस पर चेतना कार्यक्रम का आयोजन
विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर राजस्थान अस्पताल में कैंसर पर एक जन चेतना कार्यक्रम का आयोजन हुआ, इसमें वरिष्ठ स्त्रीरोग विशेषज्ञ और निवारक ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. वीना आचार्य द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत कैंसर जागरूकता प्रशिक्षण से हुई। इसके बाद 9 से 14 वर्ष की गरीब लड़कियों को एचपीवी के खिलाफ मुफ्त टीकाकरण प्रदान किया गया। इस अवसर पर एक पोस्टर विमोचन का कार्यक्रम भी किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटीजा रहीं। जबकि अध्यक्षता राजस्थान अस्पताल के चेयरमैन डॉ. एसएस अग्रवाल ने की। डॉ. आचार्य ने गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की रोकथाम और उनके द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्व स्तर पर गर्भाशय ग्रीवा कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है। भारत में प्रति वर्ष लगभग 96 हजार नए मामले सामने आते हैं और 60 हजार मौतें होती हैं, जो वैश्विक आंकड़ों का एक बड़ा हिस्सा हैं।
समय पर इलाज तो कैंसर से बचाव संभव: डॉ. स्वामी
कैंसर दुनिया भर में मौत के प्रमुख कारणों में से एक है, लेकिन अगर इसे जल्दी पहचान लिया जाए तो इसका इलाज संभव है और जीवन को बचाया जा सकता है। समय पर कैंसर का पता चलने से उसका इलाज सरल और प्रभावी होता है। इससे कैंसर को शुरुआती स्टेज में ही रोका जा सकता है। इसी महत्वपूर्ण उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए नारायणा हॉस्पिटल जयपुर में 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए नि:शुल्क मैमोग्राम जांच डॉक्टर्स की सलाह अनुसार की जाएगी। यह पहल स्तन कैंसर के बारे में जागरुकता बढ़ाने और इसे समय रहते पहचानने के उद्देश्य से की गई है। इस अवसर पर मेडिकल ऑन्कोलॉजी के डॉ. रोहित स्वामी ने बताया कि स्तन कैंसर के बारे में जागरुकता बहुत जरूरी है। इस विश्व कैंसर दिवस पर हम 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए नि:शुल्क मैमोग्राम जांच की पेशकश कर रहे हैं। रेडिएशन ऑन्कोलॉजी डायरेक्टर डॉ. निधि पाटनी ने बताया कि मैमोग्राफी एक बहुत प्रभावी जांच विधि है, जो स्तन कैंसर का जल्दी पता लगाने में मदद करती है।
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