हिमाचल के मंत्री पर एनएचएआई अधिकारी से मारपीट का आरोप : सिर पर मारा पानी का बर्तन, एफआईआर दर्ज; गडकरी से शिकायत
एसडीएम और पुलिस कर्मी की मौजूदगी के बावजूद किसी ने मदद नहीं की
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के तकनीकी प्रबंधक अचल जिंदल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है
शिमला। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के तकनीकी प्रबंधक अचल जिंदल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि हिमाचल प्रदेश के मंत्री अनिरुद्ध सिंह और उनके समर्थकों ने 30 जून को शिमला शहर के भट्टाकुफर में निरीक्षण के दौरान उनके और उनके सहयोगी योगेश के साथ मारपीट की।
सूत्रों ने बताया कि यह घटना राजमार्ग परियोजना के चल रहे कार्यों के पास एक इमारत गिरने को लेकर हुए विवाद के बाद हुई। जिंदल ने अपनी शिकायत में कहा कि “मंत्री हमें पास के कमरे में ले गए और पानी रखने वाले एक बर्तन से मेरी पिटाई की, जिससे मेरे सिर में चोट लगी। जब योगेश ने बीच-बचाव किया, तो उनके साथ भी मारपीट की गई। एसडीएम और पुलिस कर्मी की मौजूदगी के बावजूद किसी ने मेरी मदद नहीं की।”
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने प्राथमिकी दर्ज होने की पुष्टि की है। यह विवाद मथु कॉलोनी में रंजना वर्मा की खाली पड़ी 5 मंजिला इमारत के ढहने के बाद हुआ। स्थानीय लोगों ने इमारत के अस्थिर होने के लिए राजमार्ग के निर्माण कार्य को जिम्मेदार ठहराया। एनएचएआई का कहना है कि इमारत उनकी परियोजना की सीमा के बाहर गिरी।
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने इस घटना को लेकर सिंह की बर्खास्तगी की मांग की और इस हमले को ‘संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन’ करार दिया। इस बीच, शिकायतकर्ता और हाईवे इंजीनियर एसोसिएशन ने केंद्रीय सड़क, राजमार्ग एवं भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष शिकायत दर्ज कराकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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