गृहमंत्री अमित शाह ने किया एमएसी का शुभारंभ : आतंकवाद, संगठित अपराध और साइबर हमलों के खतरों से निपटने में आएगी तेजी
हमें अपनी सेना पर गर्व
गौरतलब है कि भारत के सबसे अग्रणी खुफिया संकलन केन्द्र के रूप में एमएसी वर्ष 2001 से ही अस्तित्व में है।
नई दिल्ली। अब देश में आतंकवाद, उग्रवाद, संगठित अपराध और साइबर हमलों जैसे गंभीर मामलों से निपटने में तेजी आएगी। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को यहां नॉर्थ ब्लॉक में नए मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) का शुभारंभ किया। जो जटिल और परस्पर आपस में जुड़ी मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में सभी एजेंसियों के प्रयासों को सहयोग करेगा और एक निर्बाध एवं एकीकृत मंच प्रदान करेगा। गौरतलब है कि भारत के सबसे अग्रणी खुफिया संकलन केन्द्र के रूप में एमएसी वर्ष 2001 से ही अस्तित्व में है।
असल में नए एमएसी ने खुफिया, सुरक्षा, कानून एवं प्रवर्तन और जांच एजेंसियों को आपस में जोड़ने का काम किया है। करीब 500 करोड़ रुपए की लागत से तैयार नए एमएसी नेटवर्क में गुणात्मक और मात्रात्मक दोनों तरह के बदलाव किए गए हैं। नया एमएसी नेटवर्क देश में चारों ओर फैला हुआ है। जिसमें उग्रवाद प्रभावित और ऊंचे पहाड़ी क्षेत्र भी शामिल हैं। इसमें सुरक्षित नेटवर्क के साथ दूरदराज के क्षेत्रों को अंतिम सीमा तक कनेक्टीविटी दी गई है।
हमें अपनी सेना पर गर्व
इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि आपरेशन सिंदूर दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों की सटीक सूचना और हमारी तीनों सशस्त्र सेनाओं की अचूक मारक क्षमता का अद्वितीय प्रतीक है। हमें अपनी सेनाओं, सीमा सुरक्षा बल और सभी सुरक्षा एजेंसियों पर गर्व है। वहीं, हाल ही में छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कोरोगाट्टुलू हिल्स में किए गए नक्सल विरोधी अभियान सुरक्षा बलों के बेहतरीन तालमेल को दर्शाते हैं।
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