लोकतंत्र की दुश्मन है परिवारवादी राजनीति : मोदी

मोदी ने परिवारवादी राजनीति की आलोचना की

लोकतंत्र की दुश्मन है परिवारवादी राजनीति : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवारवादी राजनीति की आलोचना करते हुए कहा है कि परिवारवादी राजनीति लोकतंत्र की दुश्मन है और इसे बढ़ावा देने वाले दलों ने हमेशा वोट बैंक की राजनीति की है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवारवादी राजनीति की आलोचना करते हुए कहा है कि परिवारवादी राजनीति लोकतंत्र की दुश्मन है और इसे बढ़ावा देने वाले दलों ने हमेशा वोट बैंक की राजनीति की है। मोदी ने आभासी माध्यम से यहां भाजपा के स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं, मंत्रियों, सांसदों और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में दशकों तक कुछ राजनीतिक दलों ने सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की। कुछ लोगों को ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसाकर रखो, भेदभाव-भ्रष्टाचार ये सब वोटबैंक की राजनीति का साइड इफेक्ट था। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस वोटबैंक की राजनीति को ना सिर्फ टक्कर दी है, बल्कि देशवासियों को इसके बारे में सतर्क करके इसके नुकसान को समझाने में भी सफल रही है। उन्होंने कहा कि तीन-चार पीढिय़ों ने खुद को खपाकर भाजपा को यशस्वी पार्टी बनाया है। भाजपा एक भारत, श्रेष्ठ भारत के मंत्र पर चल रही है। 4 राज्यों में भाजपा की डबल इंजन सरकार लौटी है। मोदी ने कहा कि इस बार का भाजपा स्थापना दिवस तीन कारणों से अहम है। पहला कारण इस समय हम देश की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। दूसरा कारण तेजी से बदलती हुई वैश्विक परिस्थितियां भी हैं। तीसरा भारत के लिए नए अवसर लगातार आ रहे हैं।

सरकार की जनकल्याण योजनाएं लाभार्थी तक पहुंच रही हैं। कोरोना काल में देश ने बड़ा लक्ष्य हासिल किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार का प्रयासभेदभाव की सारी गुंजाइश को खत्म करना, तुष्टिकरण की आशंकाओं को समाप्त करना, स्वार्थ के आधार पर लाभ पहुंचाने की प्रवृत्ति को खत्म करना और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचे, ये सुनिश्चित करना है। हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। देश के पास नीतियां भी हैं, नियत भी है। देश के पास निर्णयशक्ति भी है, और निश्चयशक्ति भी है।  आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है। जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो, तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है, जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता। मोदी ने कहा कि वैश्विक दृष्टिकोण से देखें या राष्ट्रीय दृष्टिकोण से, भाजपा और इसके प्रत्येक कार्यकर्ता का दायित्व लगातार बढ़ रहा है। इसलिए भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता, देश के सपनों का प्रतिनिधि है, देश के संकल्पों का प्रतिनिधि है। इस अमृत काल में भारत की सोच आत्मनिर्भरता की है, लोकल को ग्लोबल बनाने की है, सामाजिक न्याय और समरसता की है। इन्हीं संकल्पों को लेकर एक विचारबीज के रूप में पार्टी की स्थापना हुई थी। इसलिए ये अमृत काल भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए कर्तव्य काल है।



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