आर्थिक असमानता में टूटा 100 वर्षों का रिकॉर्ड : 100 करोड़ लोगों के पास अपने जरूरत के अलावा कुछ खरीदने के लिए पैसा नहीं, संजय सिंह ने कहा- सरकार ने लोगों को उनकी बदहाली में छोड़ा
लोगों के पास अपने जरूरत के अलावा कुछ भी खरीदने के लिए पैसा नहीं
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि देश में आर्थिक असमानता ने 100 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि देश में आर्थिक असमानता ने 100 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया और करीब एक सौ करोड़ लोगों के पास अपने जरूरत के अलावा कुछ भी खरीदने के लिए पैसा नहीं है। सिंह ने कहा कि देश में आर्थिक असमानता ने 100 वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। इसका मतलब सौ साल पहले जितनी असमानता थी, वह आज है। उन्होंने कहा कि 100 करोड़ लोगों के पास अपने जरूरत के अलावा कुछ भी खरीदने के लिए पैसा नहीं है। देश की अर्थव्यवस्था इस हालत में है, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी एक शब्द बोलने को तैयार नहीं है। सरकार ने लोगों को उनकी बदहाली में छोड़ दिया है।
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातों पर देश के लोगों ने अपना पैसा शेयर बाजार में लगाया और देशवासियों का 94 लाख करोड़ रुपया शेयर बाजार में डूब गया। लोगों की जिंदगी की गाढी कमाई का पैसा डूब गया, लेकिन प्रधानमंत्री कुछ नहीं बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अपने चंद मित्रों का सोलह लाख करोड़ रुपया माफ किया। यह देश के लोगों का पैसा था। उन्होंने कहा कि सरकार अनाप शनाप टैक्स लगाकार लोगों से पैसा वसूलती है और अपने मित्रों का कर्ज माफ कर देती है।
आप नेता ने कहा कि वक्त है इस देश बचाने का। वक्त है डूबती हुई अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने का है। उन्होंने कहा कि सब्जियों के दाम में पिछले बारह महीने में 26.5 प्रतिशत की बढोतरी हुई है। पिछले बारह महीने में टमाटर के दाम में 247 प्रतिशत बढोतरी हुई। आलू के दाम में 180 प्रतिशत की बढोतरी हुई है। प्रधानमंत्री को सामने आकर जवाब देना चाहिए। सिंह ने कहा कि पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के शासन में लगातार रुपये की कीमत गिरती गई और अब एक डालर 87 रुपये पहुंच गया, जबकि जब उनको देश की सत्ता मिली थी तब एक डालर साठ रुपये के बराबर था।
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