कोई दिक्कत नहीं, सेना है ना : रामबन में लोगों को विश्वास, सेना ने संभाला राहत कार्य
आठ टुकड़ियों को तैयार रखा गया
प्रारंभिक आकलन से संकेत मिलता है कि बहाली में 48 घंटे तक का समय लग सकता है।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने तथा भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित होने और राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के बाधित होने से सेना ने त्वरित एवं समन्वित प्रतिक्रिया शुरू की है इसके अलावा प्रमुख स्थानों पर सेना की आठ टुकड़ियों को तैयार रखा गया है। इस बीच चुनौतियों के बावजूद, लोगों का जोश देखते ही बनता है। एक फंसे हुए यात्री ने कहा कि कोई दिक्कत नहीं, सेना है ना। सब कुछ ठीक हो जाएगा। सेना ने संकट के समय में जम्मू और कश्मीर के नागरिकों के साथ खड़े होने, सुरक्षा, सहायता और समय पर हस्तक्षेप सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। सेना के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि जिला आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और यातायात अधीक्षक सहित नागरिक प्रशासन के अधिकारियों के साथ तालमेल कर तेजी से कार्रवाई करते हुए सेना ने जमीनी आकलन कर तत्काल राहत अभियान शुरू किया।
लोगों के लिए भोजन-रहने की व्यवस्था
फंसे हुए नागरिकों की सहायता के लिए बनिहाल, कराचियाल, डिगदौल, मैत्रा और चंद्रकोट से त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को तुरंत तैनात किया गया है। सैनिकों ने प्रभावित लोगों को चाय, गर्म भोजन, अस्थाई आश्रय और बुनियादी चिकित्सा देखभाल प्रदान की है। इसके साथ ही जेसीबी और भारी उपकरणों से बाधित एनएच-44 पर सड़क साफ करने का काम शुरू कर दिया है। प्रारंभिक आकलन से संकेत मिलता है कि बहाली में 48 घंटे तक का समय लग सकता है।
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