लेन-देन प्रकरण : सिविल लाइन थाना प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मी निलम्बित
जमीन खरीद-बेचान का मामला, डीएसपी शर्मा को सौंपी जांच
जिस पर भावी व उसकी पत्नी ने कहा कि वह इतनी रकम अपने साथ नहीं लाए हैं और यहां बंदोबस्त करने में भी असमर्थ हैं।
अजमेर। लाखों रुपए के लेन-देन के प्रकरण में एसपी वंदिता राणा ने सिविल लाइन थाना प्रभारी राजवीर सिंह शेखावत सहित चार पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया है और प्रकरण की जांच पुलिस उप अधीक्षक रूद्रप्रकाश शर्मा को सौंप दी है। मामला करोड़ों रुपए के जमीनी सौदे से जुड़ा हुआ बताया जाता है। पुलिस सूत्रों के अनुसार निलम्बित राजवीर सिंह शेखावत के साथ दीवान रामनिवास तथा सिपाही चन्द्रप्रकाश व सीताराम शामिल हैं। इस संबंध में पीड़ित नोएडा निवासी ललित भावी के पुत्र सौरभ ने गत 9 मई को जिला पुलिस अधीक्षक राणा को शिकायत दी थी। जिसमें बताया गया कि अजमेर निवासी जीवन सिंह गहलोत ने गत दिनों ललित भावी के साथ नोएडा में करीब 7 करोड़ रुपए कीमत की जमीन का सौदा किया था। एडवांस के तौर पर 5 मई को भावी को 25 लाख रुपए दे दिए गए थे।
जिसका एग्रीमेंट कर बाकी रकम का भुगतान बाद में करने की बात कही गई थी। लेकिन इसी बीच 9 मई को जीवन गहलोत ने पत्नी के साथ उसे अजमेर बुलाया और हाईवे के एक होटल में ठहरा दिया। वह लोग कार से यहां पहुंचे। इससे पहले उसने सिविल लाइंस पुलिस थाने में भावी के खिलाफ परिवाद दे दिया। जिसमें जमीन संबंधी कोई धोखाधड़ी जैसा आरोप लगाया गया था। उसके पश्चात जीवन ने शेखावत व तीनों पुलिसकर्मियों के साथ होटल में पहुंचकर ललित भावी को धमकाया और भुगतान की रकम देने की बजाय वह तुरन्त ही अपनी एडवांस दी गई रकम 25 लाख रुपए की मांग करने लगा।
जिस पर भावी व उसकी पत्नी ने कहा कि वह इतनी रकम अपने साथ नहीं लाए हैं और यहां बंदोबस्त करने में भी असमर्थ हैं। जिस पर पुलिस का डर दिखाकर जीवन ने भावी से उसके पुत्र को फोन करके रकम लाने के लिए कहा। जिस पर भावी ने ऐसा ही किया और करीब 10 लाख रुपए तुरन्त लाने की बात कही। 10 मई शनिवार को सौरभ रकम लेकर यहां पहुंच गया। इस बीच तत्कालीन थाना प्रभारी शेखावत ने भावी को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उधर, सौरभ से रुपए लेने के बाद जीवन गहलोत बाकी रकम भी मांगने लगा। तब घबराए सौरभ ने जिला पुलिस अधीक्षक राणा से शिकायत की। राणा ने घटना की जांच पुलिस उप अधीक्षक रूद्रप्रकाश शर्मा को सौंप दी। उन्होंने बताया कि जब दोनों पक्षों के बयान लिए तो प्रथम दृष्टया सौरभ और उसके पिता भावी के बयान सही पाए गए।

Comment List