महिला इंजीनियरिंग कॉलेज के डिप्टी रजिस्ट्रार पुष्पेन्द्र सिंह सस्पेंड, प्रिंसीपल ने जारी किए ऑर्डर
स्टेशनरी ठेका में अनियमितता सहित विभिन्न मामले लम्बित
महिला इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर ने डिप्टी रजिस्ट्रार पुष्पेन्द्र कुमार सिंह को अनुशासनहीनता, गंभीर वित्तीय अनियमितता सहित विभिन्न गंभीर लम्बित शिकायतों में गुरुवार को सस्पेंड कर दिया है। प्राचार्य प्रो. डॉ. प्रकृति त्रिवेदी ने सस्पेंशन ऑर्डर जारी कर दिए हैं। सस्पेंशन के दौरान उनका मुख्यालय कॉलेज परिसर में ही रहेगा, लेकिन प्रशासनिक भवन में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
अजमेर। महिला इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर ने डिप्टी रजिस्ट्रार पुष्पेन्द्र कुमार सिंह को अनुशासनहीनता, गंभीर वित्तीय अनियमितता सहित विभिन्न गंभीर लम्बित शिकायतों में गुरुवार को सस्पेंड कर दिया है। प्राचार्य प्रो. डॉ. प्रकृति त्रिवेदी ने सस्पेंशन ऑर्डर जारी कर दिए हैं। सस्पेंशन के दौरान उनका मुख्यालय कॉलेज परिसर में ही रहेगा, लेकिन प्रशासनिक भवन में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। प्राचार्य प्रो. त्रिवेदी ने राजस्थान सिविल सर्विसेस (क्लासिफिकेशन, कन्ट्रोल एण्ड अपील) रूल्स 1958 एवं इंजीनियरिंग कॉलेज सोसायटी रूल्स 3.17 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए सिंह को तुरन्त प्रभाव से सस्पेंड किया है। सस्पेंशन के दौरान उन्हें कॉलेज प्रशासन द्वारा बताए गए नए रजिस्टर में उपस्थिति देनी होगी। बिना लिखित अनुमति के वह कॉलेज मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे। उनके विभिन्न लम्बित प्रकरणों में जब भी पूछताछ की आवश्यकता होगी, उन्हें उपस्थित होना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि नियम विरुद्ध पे-रेक्टिफिकेशन से लाभान्वित होकर रिवर्ट होने वालों में पुष्पेन्द्र कुमार सहित सहायक उप कुलसचिव जय गोयल और कविता शर्मा कॉलेज में ही कार्यरत हैं।
जबकि एक अन्य सहायक कुलसचिव एल-19 का नियम विरुद्ध लाभ लेने वाले शिवपाल यादव अपनी नियुक्ति से ही अब तक कॉलेज में नौकरी करने के बजाए डेपुटेशन पर चल रहे हैं। जबकि नियमानुसार अधिकतम चार वर्ष से ज्यादा समय तक कोई डेपुटेशन पर नहीं रह सकता है। पे-रेक्टिफिकेशन के मामले में कमेटी में शामिल रहे प्राचार्य डीगवाल वर्तमान में बडल्या स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में कार्यरत हैं। जबकि कमेटी के संयोजक के रूप में शामिल रहे तत्कालीन कार्यवाहक कुलपति प्रो. अजय शर्मा वर्तमान में एमबीएम जोधपुर के कुलपति पद पर कार्यरत हैं। सस्पेंड किए गए डीआर पुष्पेन्द्र को कॉलेज प्रशासन द्वारा 12 कारण बताओ नोटिस सहित 14 नोटिस विभिन्न मामलों में जारी किए गए थे, जिनका उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिए गए। उनके खिलाफ खुद सहित अन्य तीन कार्मिकों के दस्तावेज गायब करने, ओपीएस की राशि जमा नहीं करने, कैन्टीन और स्टेशनरी ठेका में अनियमितता सहित विभिन्न मामले लम्बित हैं।
महिला इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर के डिप्टी रजिस्ट्रार पुष्पेद्र कुमार सिंह पर वित्तीय अनियमितता सहित विभिन्न प्रकरण चल रहे हैं। कॉलेज प्रशासन की ओर से भी विभिन्न मामलों में उन्हें अनेक नोटिस जारी कर रखे हैं। इसके बावजूद उनकी अनुशासनहीनता और एक मामले में बीटीयू की ओर से जांच कमेटी गठित होने पर कॉलेज प्राचार्य ने डिप्टी रजिस्ट्रार को सस्पेंड किया गया है।
-प्रो. अखिल गर्ग, कुलुगरु, बीटीयू

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