RPSC ने वेबसाइट से हटाई बाबूलाल कटारा की फोटो, नाम के आगे लिखा सस्पेंडिड
कटारा को राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को निलंबित किया था
पेपर लीक प्रकरण में अब तक 65 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि एसीबी ने भी कटारा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज किया है।
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग ने शनिवार को अपनी वेबसाइट से सदस्य बाबूलाल कटारा की फोटो हटा दी और उनके नाम के नीचे सस्पेंडेड मेंबर लिख दिया। कटारा को राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को निलंबित किया था।
उदयपुर पुलिस ने 24 दिसंबर 2022 को बेकरिया थाना क्षेत्र से 49 अभ्यर्थियों से भरी एक बस को पकड़ा था। यह सभी अभ्यर्थी चलती बस में आरपीएससी की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के सामान्य ज्ञान विषय के प्रश्न पत्र को हल कर रहे थे। पुलिस की सूचना मिलते ही आरपीएससी ने प्रश्न पत्र को निरस्त कर दिया था। पुलिस जांच में सामने आया कि आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारा ने ही यह प्रश्न पत्र लीक किया था। कटारा के पास प्रश्न पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी थी। प्रश्न पत्र तैयार होने के बाद वह मूल प्रति अपने सरकारी निवास पर ले गया था। वहां उसने भांजे विजय डामोर से सभी सवाल एक कागज पर उतरवाए। विजय ने जिस कागज पर यह प्रश्न उतारे थे। उसकी फोटो पेपर लीक गिरोह के सदस्य शेर सिंह ने उसके मोबाइल में ली। वहां से यह प्रश्न पत्र बाकी लोगों तक पहुंचा। जांच आगे बढ़ी तो एसओजी ने कटारा को पिछले साल 18 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में कटारा के भांजे विजय डामोर व चालक गोपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। ईडी भी कटारा के सरकारी निवास पर पहुंच कर जांच कर चुकी है। कटारा की गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार ने राज्यपाल से उसे निलंबित करने के अनुशंसा की थी। इसके तहत शुक्रवार शाम राज्यपाल ने कटारा को निलंबित कर दिया। कटारा के निलंबित होते ही आयोग ने अपनी वेबसाइट को अपडेट करते हुए सदस्य वाले कॉलम में दो जगह से कटारा की फोटो हटा दी और उसके नाम के साथ सस्पेंडेड मेंबर लिख दिया। राज्य सरकार ने राज्यपाल के माध्यम से कटारा को बर्खास्त करने की सिफारिश भी राष्ट्रपति को भेज रखी है। वहां से यह सिफारिश सुप्रीम कोर्ट के जज के पास जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के जज की सहमति के बाद ही कटारा को सदस्य पद से बर्खास्त किया जाएगा। पेपर लीक प्रकरण में अब तक 65 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि एसीबी ने भी कटारा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज किया है। एसीबी की जांच में सामने आया था कि कटारा ने आय से 2 करोड रुपए ज्यादा की संपत्ति अर्जित की है। बाबूलाल डूंगरपुर के रहने वाले हैं। पिछली कांग्रेस सरकार में 15 अक्टूबर 2020 को उन्हें आरपीएससी मेंबर नियुक्त किया गया था। आयोग में सदस्य नियुक्त होने से पूर्व कटारा राज्य सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ प्लानिंग विभाग में निदेशक सांख्यिकी के पद पर कार्यरत थे।

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