स्कूली छात्राएं ब्लैकमेल प्रकरण : कोर्ट में आरोपियों को लेकर पुलिस ने लगाई दौड़, विवाद होने पर कुछ वकीलों ने किया बीच-बचाव
4 आरोपी पांच दिन और तीन सात दिन के लिए पुलिस को रिमांड पर सौंपे
पिछली तारीख पेशी की तरह इस बार भी आरोपियों को अदालत से वापस ले जाते समय एक वकील की एक पुलिसकर्मी से तकरार हो गई
अजमेर। पोक्सो प्रकरण की विशिष्ट न्यायालय संख्या एक के न्यायाधीश राजीव बिजलानी ने शुक्रवार को बिजयनगर पुलिस थाना में दर्ज नाबालिग लड़कियों से दुराचार व ब्लैकमेल करने के मामले में सात आरोपियों को पुन: पुलिस रिमांड पर रखने का आदेश दिया हैं। पिछली तारीख पेशी की तरह इस बार भी आरोपियों को अदालत से वापस ले जाते समय एक वकील की एक पुलिसकर्मी से तकरार हो गई। जिससे पुलिस को आरोपियों को सुरक्षित ले जाने के लिए दौड़ लगाकर बचाव करना पड़ा। आरोपियों को वाहन से अदालत कक्ष तक सुरक्षित लाने व वापस ले जाने के लिए भारी पुलिस बल तैनात था। विशिष्ट लोक अभियोजक रूपेन्द्र परिहार के अनुसार बिजयनगर थाना पुलिस ने प्रकरण के आरोपी लुकमान, सोहेल, रेहान और अफराज सहित आशिक, श्रवण और करीम को पुलिस रिमांड के बाद अदालत में पेश किया। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में अब तक तीन नाबालिग को भी पकड़ा गया है। जिनके विरुद्ध किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष सुनवाई हो रही है।अनुसंधान अधिकारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के तत्काल बाद ही गिरफ्तार हुए लुकमान, सोहिल, रेहान और अफराज से वारदात के समय उपयोग किए वाहनों को भी बरामद कर लिया है। उनके मोबाइल फोन के डाटा के जरिए यह पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने पीड़िताओं के फोटो कब और किस-किस माध्यम से वायरल किए हैं। इसी तरह आरोपी आशिक, श्रवण और करीम को अदालत ने सात दिनों तक पुलिस रिमांड पर रखने का आदेश दिया है। पुलिस इन तीनों आरोपियों को 27 फरवरी को अदालत में पेश करेगी।
कोर्ट परिसर में वकील से हुई धक्का-मुक्की
वकीलों का कहना है कि अपर सेशन न्यायालय संख्या दो के समक्ष एक वकील अपने कार्य के संबंध में वहां जा रहा था। तभी एक पुलिस कर्मी ने उसे धक्का देकर दूर करने का प्रयास किया। इस पर उसने पुलिस वालों को अनाप-शनाप सुनाते हुए अपना गुस्सा उतारने का प्रयास किया। वकील के सहयोगियों के जमा होने पर पुलिस वाले आरोपियों को दौड़ लगाते हुए वाहन तक लेकर पहुंचे। आरोपियों के वाहन तक पहुंच जाने के बाद अदालत में आरोपियों के साथ हाथापाई करने की बात ने जोर पकड़ लिया, जबकि ऐसी घटना होने का विरोध करने वालों की संख्या ज्यादा थी। इधर जिला बार सचिव दीपक कुमार गुप्ता ने आरोपियों के साथ मारपीट करने या ऐसा प्रयास करने से इंकार किया है।
Comment List