खतरा : आबादी क्षेत्र से बेखौफ होकर गुजर रहे भूसे से भरे ओवरलोड वाहन, वाहन चालक हो रहे दुर्घटना के शिकार
जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
सहरिया अंचल क्षेत्र में इन दिनों गेहूं, सरसों, चना, धनिया की फसल कटने के बाद नरवाई से भूसा बनाने का काम भी किया जा रहा है
राजपुर। सहरिया अंचल क्षेत्र में इन दिनों गेहूं, सरसों, चना, धनिया की फसल कटने के बाद नरवाई से भूसा बनाने का काम भी किया जा रहा है। ऐसे में बड़ी मात्रा में भूसे का कारोबार चल रहा है। जिसे लाने-ले जाने के लिए ट्रक, ट्रैक्टर-ट्राली का उपयोग किया जा रहा है। इससे एक ही बार में अधिक से अधिक भूसा ले जाने के चक्कर में वाहनों में ओवरलोड भूसा भरा जा रहा है। इससे यह वाहन सड़क पर चलते ही कभी भी हादसे की वजह बन सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में किसान भूसा बना रहे हैं। ऐसे में वह अपने उपयोग के हिसाब से भूसे को रख लेते हैं बाकी भूसा बेचकर अपनी फसल में लगाई गई लागत को निकालने के लिए भूसा को बेच देते हैं। अभी भूसे का बड़े स्तर पर बेचा जा रहा है। इससे जिले एवं उससे बाहर के भूसा कारोबारी इसे खरीद कर आने वाले महीनों में बेचने के लिए इकट्ठा कर रहे हैं। भूसा कारोबारी एक बार में अधिक से अधिक भूसा ले जाने के लिए ट्रक, ट्रैक्टर ट्रालियों में बड़ी मात्रा में भूसा भर लेते हैं। वह इनमें क्षमता से अधिक ओवरलोड भूसा भरते हैं। इससे इन वाहनों को चलाने में चालक को भी काफी परेशानी होती है। फिर भी वह व्यापारी के दबाव में ओवरलोड वाहन को बीच आबादी क्षेत्र से ले जाते हैं। यह वाहन अक्सर सड़क पर पलट जाते हैं या फिर गर्मी के कारण इनके टायर फट जाते हैं।
आए दिन हो रहे हादसे
ओवरलोडिंग भूसा भरकर ट्रैक्टर ट्रॉली ट्रक आबादी क्षेत्र से बेखौफ होकर गुजर रहे हैं। इनके खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं होने के चलते आए दिन इनकी चपेट में आने से दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हैं।
इमरजेंसी वाहनों को नहीं देते साइड
दिन रात भूसा लेकर जाने वाले वाहन चालक ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों से लेकर नेशनल हाईवे 27 और आबादी क्षेत्र की सड़कों पर बेखौफ होकर चलते रहते हैं कोई इमरजेंसी वाहन आता है तो उनको साइड भी नहीं मिल पाती है। ऐसे में एंबुलेंस चालकों को भी रास्ते में जाम के हालात का सामना करना पड़ता है और कई किलोमीटर तक यह भूसे से भरे ओवरलोडिंग वाहन छोटे वाहन चालकों को साइड भी नहीं देते हैं। सचिन शुक्ला, जितेंद्र राठौर, रोहित खत्री आदि ने पुलिस प्रशासन से ऐसे ओवरलोडिंग भूसे से भरे वाहनों से उचित यातायात नियमों का पालन करवाने की अपील की है।
जाम जैसे बन जाते है हालात
साथ ही कई बार तो ओवरलोडिंग भूसे से भारी वाहन पंचर हो जाते हैं तो बीच रास्ते में ही जाम जैसे हालात बन जाते है। ऐसे में रोड पर से निकलने वाले वाहन चालकों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। साथ ही सड़क मार्ग पर भूसे से भारी वाहन से भूसा उड़ता हुआ चलता है। ऐसे में पीछे से चल रहे वाहन चालकों की आंखों में भूसा चला जाता है और वाहन चालक दुर्घटना के शिकार भी हो जाते हैं।
ओवरलोडिंग भूसे से भरे वाहन कभी-कभी बिजली के तारों से टकरा जाते हैं। ऐसे में इन वाहनों आग भी लग जाती है। जिससे आबादी क्षेत्र की बिजली सप्लाई व्यवस्था गड़बड़ा जाती है।
- राजकुमार, भारत सिंह, कस्बेवासी।
बीते साल भी भूसे के वाहनों से बड़े-बड़े हादसे हो चुके हैं। ऐसे में कभी भी क्षेत्र से गुजरने वाले यह भूसे के ओवरलोड वाहन हादसे की वजह बन सकते हैं।
- रामदयाल, राहुल कुमार, डेबिट भार्गव।
भूसे का कारोबार करने वाले लोग वाहनों को ओवरलोड नहीं भरे और भूसे के वाहनों को तिरपाल से ढककर ले जाएं ताकि रोड पर निकलने वाले वाहन चालकों को भी परेशानी नहीं हो समस्त थाना प्रभारी को दिशा निर्देश देकर भूसे से भरे वाहन चालकों के साथ समझाइस की जाएगी और अगर यातायात नियमों का कोई वाहन चालक पालन नहीं करेगा तो फिर पुलिस प्रशासन को ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी।
- रिछपाल मीना, डीएसपी, शाहाबाद।
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