अनाज मंडी में दिनभर जाम से किसान व आमजन परेशान, दिनभर ट्रैक्टरों की लगी रहती है लंबी कतारें
मंडी में नहीं है तुलाई व्यवस्था, कस्बे के भीतर डंपर जैसे भारी वाहन निकलने से बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था
किसानों को सुविधा मिले और कस्बे को जाम की समस्या से निजात मिल सके।
छीपाबड़ौद। छीपाबड़ौद कस्बे की अनाज मंडी में इन दिनों फसलों की बंपर आवक हो रही है लेकिन तौल कांटों की व्यवस्था नहीं होने के चलते किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंडी क्षेत्र से लेकर कस्बे की सड़कों तक दिनभर ट्रैक्टरों की लंबी कतारें और जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे कस्बे की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। किसानों का कहना है कि अनाज मंडी में यदि तौल व्यवस्था होती, तो उन्हें 2-3 किलोमीटर दूर जाकर माल नहीं तुलवाना पड़ता और जाम की समस्या से भी राहत मिलती। इस जाम की समस्या को और भी गंभीर बना रहे हैं वे भारी डंपर, जो बाईपास के बजाय कस्बे के अंदर से गुजरते हैं। इससे मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक लोड और भी ज्यादा बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाईपास से भारी वाहनों को गुजरना चाहिए कस्बे में प्रवेश पर प्रतिबंध होना चाहिए। सांकेतिक बोर्ड लगवाना चाहिए जिससे डंपर चालकों को मार्ग का पता चल सके। नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि मंडी में स्थायी तौल कांटा लगाया जाए, डंपरों को बाईपास से निकालने की सख्त व्यवस्था हो और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए पुलिस की तैनाती की जाए ताकि किसानों को सुविधा मिले और कस्बे को जाम की समस्या से निजात मिल सके।
हम किसानों को अपना माल तुलवाने के लिए मंडी से दूर ले जाना पड़ता है। जिससे ट्रैक्टर पूरे कस्बे में घूमते रहते हैं और जाम लग जाता है। प्रशासन को चाहिए कि मंडी में ही तुलाई की व्यवस्था की जाए ताकि किसानों और आम नागरिकों दोनों को राहत मिल सके।
-लोकेश मालव, किसान।
इनका कहना है
मंडी में तौल की व्यवस्था नहीं होने से ट्रैक्टरों का जाम लगा रहता है। स्थिति इतनी खराब है कि कई बार तो एम्बुलेंस तक घंटों फंसी रह जाती है। जिससे मरीजों की जान पर बन आती है। पैदल चलना तक मुश्किल हो जाता है। यह समस्या हर सीजन में आती है लेकिन समाधान नहीं हो रहा है।
-जगदीश, स्थानीय निवासी।
फसल की आवक बढ़ने से ट्रैफिक दबाव जरूर बढ़ा है। किसानों की सुविधा के लिए अस्थायी कांटे लगाने और ट्रैफिक प्रबंधन सुधारने पर विचार किया जा रहा है। प्रशासन और पुलिस के सहयोग से व्यवस्था को जल्द दुरुस्त किया जाएगा।
-फूलचंद मीणा, मंडी सचिव
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