डिप्टी सीएम को धमकी के बाद जयपुर जेल में सख्ती: जेल के अंदर जांच करने वाली आरएसी टीम को किया बाहर, मुख्य दरवाजे पर लगाया टेंट
जेल में मोबाइल समेत अन्य संदिग्ध वस्तुओं की जांच के लिए तैनात की गई थी आरएसी
जांच करने वाली आरएसी की टीम के लिए बाहर टेंट लगा दिया गया है। बताया जा रहा है कि जल्द ही यहां गुमटी बना दी जाएगी जो आरएसी के जवानों के लिए होगी। इससे जेल में मिलीभगत होने की आशंकाओं में कमी आएगी।
जयपुर। जयपुर केन्द्रीय कारागृह से फोन कर डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी देने के बाद जयपुर जेल पर अधिकारियों ने बड़ा एक्शन लिया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही जेल सुरक्षा व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है। जेल प्रशासन ने जेल के मुख्य दरवाजे के अंदर बैठकर सुरक्षा की जांच करने वाली आरएसी की कम्पनी को जेल से बाहर कर दिया है। अब आरएसी की कम्पनी जेल के मुख्य दरवाजे के बाहर लगे टेंट में बैठेगी और हर आने जाने वाले व्यक्ति की सघन जांच करेगी। जांच करने वाली आरएसी की टीम के लिए बाहर टेंट लगा दिया गया है। बताया जा रहा है कि जल्द ही यहां गुमटी बना दी जाएगी जो आरएसी के जवानों के लिए होगी। इससे जेल में मिलीभगत होने की आशंकाओं में कमी आएगी।
मिलीभगत के संदेह पर किया बाहर
डिप्टी सीएम बैरवा को धमकी मिलने के बाद प्रदेश के जेल महकमे के बड़े अधिकारियों की मीटिंग हुई। इसमें सामने आया कि जेल के अंदर बैठकर जांच करने वाली आरएसी की कम्पनी को जेल के मुख्य दरवाजे के बाहर तैनात कर जांच करवाई जाए तो जेल के अंदर के स्टाफ और आरएसी की मिलीभगत को कम किया जा सकता है। इसके बाद जयपुर जेल के बाहर टेंट लगाकर आरएसी की कम्पनी को तैनात कर दिया।
यह था मामला
26 मार्च की रात को जयपुर जेल से डिप्टी बैरवा को मारने की धमकी दी गई। जांच की तो पता चला कि जेल में बंद शाहनिल ने जेल में ही किराए पर फोन देने का व्यवसाय चला रखा है। वार्ड नम्बर-9 में वह बंदियों से हर मिनट के 100 रुपए वसूलता है। शाहनिल और किन-किन बंदियों को मोबाइल बात करने के लिए देता था, इसकी जांच की जा रही है। इस दौरान सामने आया कि बंदी विक्रम सिह ने शाहनिल से फोन लेकर 100 नम्बर पर कॉल कर उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को मारने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने शाहनिल, वसीम खान, मनीष परिहार, विक्रम सिंह, जुनैद और मोहम्मद अशरफ को गिरफ्तार किया।
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