एग्री ट्रेनी भर्ती परीक्षा मामला: नकल कराने वाले 6 एग्जाम सेंटरों के कम्प्यूटरों की एफएसएल ने शुरू की जांच
अब कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे
नेशनल सीड कॉरपोरेशन परीक्षा-2024 में ऐमी एडमिन सॉफ्टवेयर के जरिए स्क्रीन शेयर कर पेपर में नकल करवाने के मामले में हो रही जांच में अब कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे।
जयपुर। नेशनल सीड कॉरपोरेशन परीक्षा-2024 में ऐमी एडमिन सॉफ्टवेयर के जरिए स्क्रीन शेयर कर पेपर में नकल करवाने के मामले में हो रही जांच में अब कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे। इसी के तहत गठित एसआईटी टीम ने मंगलवार को एफएसएल से सभी छह सेन्टरों की जांच करवाना शुरू कर दिया। छह माफिया और आठ अभ्यर्थी पकड़ने वाली एसआईटी टीम एफएसएल के साथ मंगलवार को सेन्टरों पर पहुंची। यहां से एफएसएल टीम ने सभी कम्प्यूटर के डाटा के सबूत जुटाए। अब एफएसएल की जांच रिपोर्ट में पता चल सकेगा कि माफियाओं ने पूर्व में सॉफ्टवेयर से रिमोट एक्सेस किन-किन परीक्षाओं में नकल करवाई थी।
जानकारी के अनुसार एक सेंटर पर तीन पारियों में एग्जाम हुआ था। गत रविवार को आयोजित एग्जाम में जयपुर में कुल छह सेंटर पर 15 से 18 पारियों में 3310 अभ्यर्थियों ने एग्जाम दिया गया था। दो सेंटर पर एग्जाम में नकल करने की जानकारी मिलने पर कमिश्नरेट पुलिस व एटीएस ने छापेमारी कर 14 जनों को पकड़ा था। एसआईटी पकड़े गए सभी आरोपियों से सात दिन के रिमांड पर पूछताछ कर रही है।
एग्जाम सेंटर सील :
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि नकल कराने वाले छह एग्जाम सेंटरों को सील कर वहां गार्ड तैनात किए हैं। एफएसएल की जांच में चार सेंटर में नकल होने के साक्ष्य मिले हैं। बाकी अन्य दो सेन्टरों की जांच की जा रही है। खुलासा हुआ है कि नकल गिरोह सरगना संदीप कुमार ने ही पूरा नकल तंत्र विकसित किया था। संदीप शास्त्री नगर में एसजेएम कॉलेज में कम्प्यूटर लैब चलाता है लेकिन एग्री ट्रेनी एग्जाम का सेंटर उसकी लैब पर नहीं आया था। वर्ष 2024 में संदीप के सम्पर्क में नंदू और परमजीत आए थे। दोनों ने संदीप से बैंक प्रमोशन एग्जाम में दो लोगों को पास कराने के लिए संपर्क किया था, लेकिन परीक्षा नेटबूट पर होने के कारण नकल संभव नहीं हो पाई, क्योंकि नेटबूट पर टीम वीवर और ऐमी एडमिन काम नहीं करते जबकि विंडोज पर होने वाले एग्जाम पर दोनों ऐप काम कर जाते हैं।
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