एजीटीएफ की कार्रवाई : लॉरेन्स विश्नोई रोहित गोदारा गैंग के मुख्य आरोपियों को दुबई में शरण देने वाले गुर्गे को पुलिस ने दबोचा
दुबई पुलिस में स्टोर कीपर की कर रहा था नौकरी
एजीटीएफ को दुबई में काफी समय से इस गैंग के ठिकानों और लोकल असिस्ट के बारे में जानकारी मिली थी।
जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने लॉरेन्स विश्नोई रोहित गोदारा गैंग के मुख्य आरोपियों को दुबई में शरण देने वाले मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है। टीम इससे पूछताछ कर रही है। एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि डीआईजी योगेश यादव के सुपरविजन में एएसपी सिद्धांत शर्मा के नेतृत्व में रामगढ़ सेठान से आरोपी को पकड़ लिया। गिरफ्तार इलियास (30) रामगढ़ सीकर का रहने वाला है और हाल में सेन्टर जेल के पीछे अलजुबेर सुपर मार्केट-3 नम्बर वलदिया बिडिग शारजाह यूएई में रह रहा था।
हर सूचना देता था
इलियास लॉरेन्स रोहित गोदारा गैंग के सदस्यों की हर सूचना उन्हें देता था। उनके इमीग्रेशन में किसी गैंग के सदस्य का आरसीएन नम्बर जारी हुआ है या नहीं यह सूचना भी गैंग के सदस्यों को देता था। आरोपी इलियास खान 2014 से दुबई रह रहा था। ये दो शादियां कर चुका है। इलियास खान की पहली पत्नी ने दहेज प्रकरण भी दर्ज कराया था। इस प्रकरण में जेल काट चुका है। हवाला के पैसों और गैंग के पैसों से दुबई में अय्याशी करता और लग्जरी लाइफ जीता था। दुबई के रॉला मॉल इलाके में मुख्य ठिकाना था।
वीरेन्द्र को दुबई से भगवाया
एजीटीएफ को दुबई में काफी समय से इस गैंग के ठिकानों और लोकल असिस्ट के बारे में जानकारी मिली थी। एजीटीएफ के दुबई में आने की सम्भावना को देखते हुए आरोपी इलियास ने ही इस गैंग के वीरेन्द्र चारण को सूचना देकर दुबई से फरार करवा दिया था। रामगढ़ शेखावाटी के रहने वाले जयपुर के फल व्यापारी सलीम खान की जयपुर व रामगढ़ में रैकी करवाई थी और सोशल मीडिया के माध्यम से सलीम के नम्बर वीरेन्द्र चारण को दिए थे और कहा था कि मोटी मुर्गी है अच्छे पैसे देगा और इसकी मेम्बरशिप भी खुद जाकर लूंगा और हवाला से बताए अनुसार करवा दूंगा।
दुबई पुलिस ने भी पकड़ा था
एडीजी एमएन ने बताया कि इलियास दुबई पुलिस में स्टोर कीपर की नौकरी करता था। दुबई पुलिस कार्ड को उपयोग करके रोहित गोदारा गैंग के कई अपराधियों को दुबई में रहने का काम करवाता था। दुबई में मुसादात पुलिस स्टेशन शारजहां सेन्ट्रल जेल के पास स्टोर कीपर में काम करता था। दुबई में भी आईडी कार्ड का दुरुपयोग करने पर इसे दुबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह जकरिया बरदुबई इलाके के पुलिस थाने के प्रकरण में जेल में रह चुका है। इस मामले में दो अन्य अभियुक्त भी गिरफ्तार किए थे। इसे रोहित गोदारा, वीरेन्द्र चारण और महेन्द्र सारण को भी दुबई में ठिकाने उपलब्ध करवाए थे। यह रुपयों के लिए हवाला का काम भी काफी लम्बे समय से कर रहा था।
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