शहर का सौन्दर्यकरण अतिक्रमणों की चढ़ा भेंट : ओवरब्रिजों के नीचे लगे थड़ी-ठेले, विभागों ने खुद ही कर रखे है अतिक्रमण
गंदगी के ढेर लगने से शहर की सौन्दर्यता भी धूमिल होती है
यहां पार्किंग के साथ ही सौन्दर्यीकरण के लिए क्यारियां बनाई। इसके बाद यह स्थान जेडीए ने नगर निगम जयपुर ग्रेटर एवं हैरिटेज को उनके क्षेत्राधिकार में हैंडओवर कर दिया।
जयपुर। शहर में यातायात को सुचारू करने के लिए बनाए गए ओवरब्रिजों केनीचे सौन्दर्यीकरण को बढ़ावा देने के लिए पेड़ पौधे लगाने की योजना अब धूमिल हो रही है। जयपुर विकास प्राधिकरण के साथ ही जयपुर मेट्रो रेल लाईन के नीचे पेड़ पौधों को लगाने के लिए प्रशासन ने इनकी डिजायन तैयार कर निर्माण किए। जयपुर मेट्रो रेल लाईन के नीचे सिंधी कैंप बस स्टेंड के आस पास थड़ी ठेले वालों ने अतिक्रमण कर दिया। साथ ही वहां गंदगी के ढेर लगने से शहर की सौन्दर्यता भी धूमिल होती है। शहर में गोपालपुरा पुलिया, सांगानेर पुलिया, खासा कोठी ओवरब्रिजों के निर्माण के समय जयपुर विकास प्राधिकरण ने यहां पार्किंग के साथ ही सौन्दर्यीकरण के लिए क्यारियां बनाई। इसके बाद यह स्थान जेडीए ने नगर निगम जयपुर ग्रेटर एवं हैरिटेज को उनके क्षेत्राधिकार में हैंडओवर कर दिया।
विभागों ने खुद कर रखे है अतिक्रमण
आम लोगों के साथ ही ओवरब्रिजों के नीचे सरकारी विभागों ने खुद ही अतिक्रमण कर शहर की सौन्दर्यता को खराब कर रखा है। ओवरब्रिजों के नीचे दोनों निगमों में रैन बसेरे, अन्नपूर्णा रसोई बनाने के साथ ही यातायात पुलिस ने वाहनो की अवैध पार्किग कर रखी है। इसको लेकर नगर निगम जयपुर हेरिटेज आयुक्त अरूण कुमार हसीजा ने कहा कि ओवरब्रिजों के नीचे लगाई गई अन्नपूर्णा रसोई, रैन बसेरे लगाने की अब नई कार्य योजना तैयार की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस की ओर से जब्त किए गए वाहनों की हो रही पार्किंग को हटाने के लिए पुलिस विभाग को पत्र लिखा जाएगा। अवैध अतिक्रमणों को हटाने के लिए नियमित रूप से कार्रवाई समय समय पर की जाती है।
ओवरब्रिजों के नीचे पार्किंग स्पेस के साथ ही सौन्दर्यीकरण के लिए क्यारियां बनाकर पेड़ पौधे लगाने के इनको निगमों को हैंडओवर कर दिया था अब यह काम दोनों निगमों को करना है।
- देवेन्द्र गुप्ता, डायरेक्टर इंजीनियरिंग, जेडीए
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