सड़क मरम्मत की गुणवत्ता जांच को लेकर बड़ा फैसला : थर्ड पार्टी जांच की व्यवस्था लागू, सरकारी एजेंसियां करेंगी एक-दूसरे के काम की जांच
जनता को बेहतर सड़क सुविधाएं
प्रदेश में सड़कों की मरम्मत कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नगरीय विकास विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने पहली बार थर्ड पार्टी जांच की व्यवस्था लागू की है। इसके तहत अब सरकारी एजेंसियां एक-दूसरे के कार्यों की जांच करेंगी। आदेश के अनुसार, विकास प्राधिकरण और नगर सुधार न्यासों के कार्यों की जांच आवासन मंडल के अधिकारी करेंगे, जबकि आवासन मंडल के कार्यों की जांच जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) का जांच दल करेगा।
जयपुर। प्रदेश में सड़कों की मरम्मत कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नगरीय विकास विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने पहली बार थर्ड पार्टी जांच की व्यवस्था लागू की है। इसके तहत अब सरकारी एजेंसियां एक-दूसरे के कार्यों की जांच करेंगी। आदेश के अनुसार, विकास प्राधिकरण और नगर सुधार न्यासों के कार्यों की जांच आवासन मंडल के अधिकारी करेंगे, जबकि आवासन मंडल के कार्यों की जांच जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) का जांच दल करेगा। यह जांच बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों के पेच रिपेयर कार्यों की गुणवत्ता को लेकर होगी।
प्रदेशभर में सड़कों के पेच वर्क पर 30 करोड़ 11 लाख रुपए खर्च किए गए हैं, जिसके तहत 8 लाख 67 हजार 800 वर्गमीटर क्षेत्र में मरम्मत कार्य हुआ है। जांच दलों को 15 नवंबर तक अपनी रिपोर्ट नगरीय विकास विभाग के मुख्य अभियंता और संबंधित एजेंसी के सचिव को सौंपनी होगी। यह पहली बार है जब सड़कों के पेच रिपेयर कार्यों की गुणवत्ता पर इतनी व्यापक थर्ड पार्टी जांच कराई जा रही है। सरकार का उद्देश्य है कि सार्वजनिक धन से किए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल न उठे और जनता को बेहतर सड़क सुविधाएं मिल सकें।

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