राजस्थान में नव वर्ष मनाने के लिए पर्यटकों का उमड़ा सैलाब

विभिन्न पर्यटन स्थलों पर देशी विदेशी पावणों का जमावड़ा

राजस्थान में नव वर्ष मनाने के लिए पर्यटकों का उमड़ा सैलाब

वाइलडलाइफ टूरिज्म वाले स्थल आगामी पांच सात दिनों तक बुक है और वहां भी पर्यटकों की भीड़ देखी जा रही है। 

जयपुर। पयर्टकों के पंसदीदा एवं विश्व प्रसिद्ध राजस्थान में नववर्ष मनाने के लिए सैलानियों का सैलाब उमड़ पड़ा हैं और राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के विभिन्न ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं जिससे रौनक बढ़ गई हैं। शीतकालीन अवकाश के चलते क्रिसमस दिवस से ही प्रदेश में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, माउंटआबू सहित विभिन्न पर्यटन स्थलों पर देशी विदेशी पावणों का जमावड़ा लगा हुआ है, और अब वर्ष 2024 को विदाई देने एवं आने वाले नव वर्ष 2025 का जश्न मनाने के लिए लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं वहीं नये साल मनाने के लिए प्रदेश के विभिन्न शहरों में लोगों के आने का तांता लग गया हैं, और लगभग सभी होटल, रेस्टोरेंट आदि अभी से फुल हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार लोगों ने नये साल का जश्न मनाने के लिए पहले ही अपने रुकने की जगह बुक करा ली थी और अब उनकी भीड़ जुटने लगी हैं जिससे पर्यटन स्थलों के मार्गों पर जाम की स्थिति बनने लगी है। 

पयर्टन विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जयपुर में पिछले दो दिन में पर्यटकों की भीड़ बढ़ी हैं और गत 29 दिसंबर को प्रसिद्ध आमेर किले में 15 हजार 146 पयर्टक आये। इसी तरह 13 हजार 532 लोगों ने हवा महल को देखा जबकि नौ हजार 813 पर्यटक नाहरगढ़ किले पहुंचे और इस ऐतिहासिक स्थल का भ्रमण किया एवं नौ हजार 797 पर्यटकों ने जंतर मंतर का दीदार किया। इसी तरह ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल देखने के लिए बड़ी संख्या लोग पहुंचे और यहां सात हजार 320 लोगों ने इसका भ्रमण किया। इससे पहले भी बड़ी संख्या में पर्यटकों ने इन स्थलों का भ्रमण किया जिसमें आमेर महल में 15 हजार 881, जंतर मंतर में नौ हजार 188, हवामहल में 13 हजार 22, अल्बर्ट छह हजार 975 लोगों ने भ्रमण किया। इसके मद्देनजर इन स्थलों पर सुरक्षा एवं व्यवस्थाएं बेहतर तरीके से की गई हैं ताकि यहां आने वाले किसी भी सैलानी को परिशानी का सामना नहीं करना पड़े। प्रदेश में घूमने आये पर्यटकों में वाइल्डलाइफ टूरिज्म के प्रति भी काफी रुझान देखने को मिल रहा है और प्रदेश के प्रसिद्ध रणथंभौर, सरिस्का, झालाना सहित लगभग सभी वाइलडलाइफ टूरिज्म वाले स्थल आगामी पांच सात दिनों तक बुक है और वहां भी पर्यटकों की भीड़ देखी जा रही है। 

उल्लेखनीय है कि राजधानी जयपुर में आमेर किला, सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, गलताजी मंदिर, कनक वृंदावन, पन्ना मीना का कुंड, बिरला मंदिर, नाहरगढ़ किला, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय और जल महल घूमने के लिए बेहतरीन स्थलों में शामिल हैं। इसी तरह उदयपुर में फतहसागर झील, पिछोला झील, सिटी पैलेस उदयपुर, जग निवास मंदिर, सज्जनगढ़ पैलेस, सहेलियों की बाड़ी और जगदीश मंदिर, जोधपुर में मेहरानगढ़ किला, उम्मेद भवन पैलेस, क्लॉक टावर और जसवंत थड़ा, जैसलमेर में सोनार किला, पटवों की हवेली, सैम सैंड ड्यून्स, गड़ीसर झील और कुलधरा गांव आदि ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं। जैसलमेर में तो ऊंट की सवारी या जीप सफारी का आनंद भी लिया जा सकता है। राजस्थान के एक मात्र पर्वर्तीय पर्यटन स्थल माउंटआबू में गुरु शिखर, नक्की लेक, हनीमून पॉइंट आदि पर्यटन स्थल शामिल हैं। 

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