जयपुर में नाइट टूरिज्म से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, कला संस्कृति से रूबरू होने का मिलेगा मौका, पर्यटकों की सुरक्षा का रखना होगा ख्याल
एक पर्यटक 20 से अधिक लोगों को देता है रोजगार
जयपुर, उदयपुर और जैसलमेर जैसे शहरों में नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के बाद अन्य शहरों में भी इसकी शुरुआत सरकार कर सकती है।
जयपुर। बजट घोषणा में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नाइट टूरिज्म शुरू करने की बात कही गई है। इस योजना से पर्यटकों को यहां अधिक समय तक रुकने का मौका मिलेगा। वहीं दिन के बाद गुलाबी नगरी की रात की खूबसूरती देखने का भी अवसर मिलेगा। पर्यटन विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान में नाइट टूरिज्म को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए सरकार और पर्यटन विभाग को व्यापक तैयारियां करनी होंगी। इसमें सबसे पहली बात पर्यटकों की सुरक्षा है। खासकर महिला और विदेशी पर्यटकों की। उनका मानना है कि जयपुर, उदयपुर और जैसलमेर जैसे शहरों में नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के बाद अन्य शहरों में भी इसकी शुरुआत सरकार कर सकती है।
एक पर्यटक 20 से अधिक लोगों को देता है रोजगार
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि एक पर्यटक से करीब 20 से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है। इसमें टैक्सी, होटल, गाइड, हैंडी क्राफ्ट आदि शामिल हैं। ऐसे में नाइट टूरिज्म के डवलप होने से स्थानीय समुदाय को रोजगार मिलेगा। वहीं रात के समय बाजार खुलने से भी लोगों को व्यापार मिलेगा। वहीं होटल, रेस्तरां, कैफे और शॉपिंग एरिया में भी व्यापार बढ़ेगा। कहा जाए तो स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसी गतिविधियां करवाएंगे
जयपुर में नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से कार्य किए जाएंगे। इसके लिए नाइट के समय कल्चरल एक्टिविटी, खाने-पीने के लिए जगह, लाइटिंग सहित अन्य पर कार्य किया जाएगा। इसके लिए जलमहल की पाल सहित परकोटे में जगह चिन्हित की जाएगी। ताकि पर्यटकों को नाइट टूरिज्म के तहत प्रदेश की कला संस्कृति से रूबरू होने का अवसर मिले। इसके अतिरिक्त अन्य जिलों जैसे उदयपुर, जैसलमेर, बीकानेर और अलवर में भी इस तरह की गतिविधियों के लिए जगह देखी जाएगी।
जलमहल की पाल सहित परकोटे में जगह देखेंगे
देश-विदेश से लाखों की संख्या में सैलानी जयपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में आते हैं। वे दिन में तो जयपुर की विरासतें देखते ही हैं, वहीं नाइट टूरिज्म के जरिए रात के समय जयपुर की सुंदरता देखने को मिलेगी। इसके लिए जयपुर में कुछ जगह चिन्हित की जाएगी। जहां नाइट टूरिज्म के तहत विभिन्न कल्चरल एक्टिविटीज, लाइटिंग, डांसिंग और सिंगिंग के प्रस्तुति पर्यटकों को देखने को मिले। इसके लिए जलमहल की पाल सहित परकोटे में जगह देखी जाएगी। कहा जाए तो नाइट टूरिज्म से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही पर्यटकों के लिए भी कुछ नई एक्टिविटी दिखाई देगी।
-रवि जैन, पर्यटन सचिव
पर्यटन उद्योग को होगा लाभ
नाइट टूरिज्म पर्यटन उद्योग के लिए एक नया और आकर्षक अवसर हो सकता है। इससे न केवल पर्यटकों को अधिक समय तक रुकने का मौका मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। होटल, रेस्टोरेंट, लोकल गाइड, टूर आपरेटर, ट्रांसपोर्टर्स और हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्री को विशेष रूप से लाभ मिलेगा। इसके अलावा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लाइट एंड साउंड शो और हेरिटेज वॉक जैसी गतिविधियां पर्यटन को और अधिक रोचक बना सकती हैं। परिवहन सुविधाओं में सुधार, देर रात तक खुलने वाले होटल-रेस्टोरेंट और गाइड सेवाओं की उपलब्धता भी आवश्यक है। डिजिटल प्रमोशन और सोशल मीडिया के माध्यम से नाइट ट्यूरिज्म को प्रचारित किया जा सकता है। इस पहल से राजस्थान की पर्यटन अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और यह राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि को नई पहचान देगा।
-संजय कौशिक, पर्यटन विशेषज्ञ
स्थानीय लोगों को मिलेंगे रोजगार के अवसर
नाइट टूरिज्म को सफल बनाने के लिए सुरक्षा, लाइट व्यवस्था और बुनियादी ढांचे पर ध्यान देना होगा। किलों, महलों और ऐतिहासिक स्थलों पर आधुनिक लाइटिंग, साउंड सिस्टम और गाइडेड टूर की व्यवस्था करनी होगी। इसके अलावा पर्यटकों के लिए नाइट बाजार, फोक डांसेज और म्यूजिकल कार्यक्रम जैसी कल्चरल एक्टिविटीज का आयोजन भी किया जा सकता है। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
-खालिद खान, उपाध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटेलिटी एण्ड टूरिज्म ऑफ राजस्थान
नाइट टूरिज्म के तहत सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता हो
नाइट टूरिज्म के तहत सरकार के लिए पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे, पुलिस गश्त, ट्रैफिक नियंत्रण और प्रशिक्षित गाइडों की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके अलावा पर्यटकों के लिए 24 घंटे 7 दिन हेल्पलाइन, मेडिकल इमरजेंसी सेवाएं और सुरक्षित परिवहन विकल्प उपलब्ध कराने से नाइट टूरिज्म को अधिक विश्वसनीय और आकर्षक बनाया जा सकता है।
-महेन्द्र सिंह, अध्यक्ष, राटो
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