शंख की गूंज के साथ ‘धरती धोरां री’ लोक संगीत महोत्सव शुरू
महाराणा प्रताप सभागार में शुरू हुए सात दिवसीय महोत्सव के पहले दिन विश्व विख्यात कलाकार नाथूसिंह ने सामूहिक नगाड़ा वादन किया
समारोह के तहत पहले दिन नगाड़ा के विश्व विख्यात कलाकार नाथू सिंह सोलंकी और उनके 10 अन्य साथियों ने शंख की पवित्र धुन के साथ समारोह का आगाज किया।
जयपुर। सात दिवसीय लोक संगीत महोत्सव धरती धोरां री गुरुवार से महाराणा प्रताप सभागार में शुरू हुआ। महोत्सव में शहर के लोगों को उत्सवी रंग में रंग कर खुशियों से सराबोर किए रखा। समारोह के तहत पहले दिन नगाड़ा के विश्व विख्यात कलाकार नाथू सिंह सोलंकी और उनके 10 अन्य साथियों ने शंख की पवित्र धुन के साथ समारोह का आगाज किया। इसके बाद नाथू सिंह ने अपने मदमस्त अंदाज में नगाड़ा वादन किया। नाथू ने ताल कहरवा में सोलो नगाड़ा वादन करते हुए लय के अनेक अंदाज से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। नगाड़ा पर गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए नाथू सिंह और साथियों ने बाबा रामदेव के चर्चित भजन रूणीचे रा धणिया के अलावा वारी जाउं गुरु वंदना पर नगाड़ा वादन की बानगी पेश की। धरती धोरां री गीत पर किए सामूहिक नगाड़ा वादन ने संपूर्ण परिसर को मरू भूमि के रंग मे रंग लिया।

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