डिलीवरी स्कैम अलर्ट : ##21# डायल करने से खाली हो सकता है आपका बैंक खाता, कोरियर फ्रॉड की नई चाल से सावधान रहें
कॉल फॉरवर्डिंग से हो रही लाखों की ठगी
जब डिलीवरी मैन आपके घर पहुंचे तो सबसे पहले यह जांचें कि वह किस कम्पनी से आया है और आपका कोरियर किस कम्पनी से आने वाला था।
जयपुर। पुलिस की साइबर क्राम ब्रांच ने आमजन को साइबर धोखाधड़ी के एक नए और खतरनाक तरीके के प्रति आगाह किया है।
कोरियर सर्विस प्रोडक्ट डिलीवरी के नाम पर होने वाले इस फ्रॉड में अपराधी अब कॉल फॉरवर्डिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे लोगों की गाढ़ी कमाई पलक झपकते ही उड़ाई जा रही है। साइबर अपराधी लगातार अपनी तकनीकों को बदल रहे हैं और अब वे नामी गिरामी कोरियर कम्पनियों का भेष धारण कर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। एसपी साइबर क्राइम पुलिस मुख्यालय शांतनु कुमार ने बताया कि साइबर ठग फोन या व्हाट्सएप कॉल के जरिए लोगों से संपर्क करते हैं। वे उन्हें बताते हैं कि उनकी कोई डिलीवरी आने वाली है और डिलीवरी देने के बहाने या तो एक ओटीपी पूछने की कोशिश करते हैं या फिर उन्हें एक खास नंबर डायल करने को कहते हैं।
यह नंबर अक्सर ##21#, **,*,#से शुरू होता है। जैसे ही पीड़ित ##21#डायल करता है, उसके मोबाइल की कॉल फॉरवर्डिंग सक्रिय हो जाती है। इसका मतलब है कि पीड़ित के फोन पर आने वाली सभी कॉल, जिसमें ओटीपी भी शामिल हो सकता है, सीधे साइबर अपराधी के नंबर पर फॉरवर्ड हो जाती हैं। साइबर अपराधियों को जैसे ही आपकी कॉल और ओटीपी का एक्सेस मिलता है वे तुरंत आपके बैंक खाते से पैसे उड़ा लेते हैं या यूपीआई लिंक भेजकर आपको ठगी का शिकार बनाते हैं। पुलिस का कहना है कि वे ऐसे लोगों को विशेष रूप से निशाना बनाते हैं, जिनके पास वाकई कोई ऑनलाइन डिलीवरी आने वाली होती है, जिससे उनका झांसा और भी विश्वसनीय लगता है।
बचाव के लिए क्या करें
यदि डिलीवरी के नाम पर आने वाली किसी भी कॉल के दौरान आपको कोई नंबर डायल करने को कहा जाए तो उसे बिल्कुल न दबाएं।
जब डिलीवरी मैन आपके घर पहुंचे तो सबसे पहले यह जांचें कि वह किस कम्पनी से आया है और आपका कोरियर किस कम्पनी से आने वाला था। पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद ही ओटीपी साझा करें।

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