अटल बिहारी वाजपेई की जन्म शताब्दी : जयपुर में कवि सम्मेलन, बिरला ऑडिटोरियम में जुटेंगे देश के विख्यात कवि
सादगी और विचारों की मजबूती का प्रेरणास्रोत
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के जीवन और व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अटलजी जब बोलते थे तो उनके शब्दों में देश का चित्रण झलकता था। उनका व्यक्तित्व राजनीति के साथ-साथ साहित्य और कविता में भी अद्वितीय था। अटलजी की वाणी में राष्ट्रभाव, संवेदना और दूरदर्शिता स्पष्ट रूप से दिखाई देती थी।
जयपुर। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के जीवन और व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अटलजी जब बोलते थे तो उनके शब्दों में देश का चित्रण झलकता था। उनका व्यक्तित्व राजनीति के साथ-साथ साहित्य और कविता में भी अद्वितीय था। अटलजी की वाणी में राष्ट्रभाव, संवेदना और दूरदर्शिता स्पष्ट रूप से दिखाई देती थी। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अशोक परनामी ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेई की जन्म शताब्दी के अवसर पर 25 दिसंबर को जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
इस कवि सम्मेलन में देश के प्रसिद्ध कवि सुरेंद्र शर्मा, हरिओम पंवार सहित कई अन्य नामचीन कवि हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम के दौरान अटलजी की प्रसिद्ध कविताओं का वाचन किया जाएगा, जिससे उनके साहित्यिक योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा सके। कार्यक्रम में जयपुर के नागरिकों से बड़ी संख्या में उपस्थित रहने का आह्वान किया गया है। इस अवसर पर राज्यपाल, गवर्नर सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। विधायक गोपाल शर्मा ने भी अटल बिहारी वाजपेई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अटलजी का जीवन राष्ट्रसेवा, सादगी और विचारों की मजबूती का प्रेरणास्रोत है।

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