प्रदेश में भारी बारिश से बाढ़ के हालात, 78 साल पुराना बारिश का टूटा रिकॉर्ड
स्कूलों की छुट्टी कर दी है
हां इस दौरान 119 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई जो सन 1943 के बाद जुलाई के महीने की सर्वाधिक बरसात है। जोधपुर में करीब 78 साल पुराना बारिश का रिकॉर्ड टूटा है।
जयपुर। प्रदेश में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। जालौर में बरसात का दौर चला और यहां 215 मिमी यानी आठ इंच से ज्यादा बरसात रिकॉर्ड की गई। ऐसे में यहां बाढ़ के हालात हो गए हैं। जोधपुर में बीते 24 घंटों में भारी बारिश का दौर चला। यहां इस दौरान 119 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई, जो सन 1943 के बाद जुलाई के महीने की सर्वाधिक बरसात है। जोधपुर में करीब 78 साल पुराना बारिश का रिकॉर्ड टूटा है। इससे पहले 2019 में जोधपुर में जुलाई के महीने में 117 एमएम बरसात हुई थी। भारी बारिश और जलभराव की स्थिति को देखते हुए जोधपुर में कलक्टर ने स्कूलों की छुट्टी कर दी है। इसके साथ ही जालौर में भी कुछ इलाकों में स्कूलों की छुट्टी कर दी है। मेड़ता में भी 6इंच बारिश हुई। कोटा बैराज के चार गेट खोलकर 12 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है, जिससे धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। 7 बजे चंबल नदी का जलस्तर 128.95 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान के पास आ गया है।
कइयों ने गंवाई जान, कुछ बाल-बाल बचे
बारिश के चलते जोधपुर के बावड़ी क्षेत्र में डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ये अवैध खनन के कारण हुए थे। जोधपुर के ही बेरी गंगा में तेज बहाव में बह गए। इनमें से दो को लोगों ने बचा लिया, लेकिन एक युवक पानी में बह गया। निवाई में वनस्थली रोड के पास एनिकट में तीन बच्चे डूब गए। इनमें से दो की मौत हो गई।
कारें-बाइक, सिलेंडर तक सड़कों पर बहे
जोधपुर में उम्मेद सागर नहर कई सालों बाद बहती दिखी। पुलिस लाइन, बस स्टैंड समेत कई जगह पानी भर गया। जोधपुर में बीती रात तेज बारिश के बाद एक जगह कार भी बहती नजर आई। वहीं कई कॉलोनियों में दो फीट तक पानी भरने के बाद घरों में सैलाब आ गया।
गहलोत ने की 5-5 लाख की सहायता की घोषणा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बावड़ी तहसील में जलभराव में डूबने से 4बच्चों की मृत्यु दु:खद है। मृतक बच्चों के परिजनों को 5 लाख रुपए प्रति परिवार सहायता राशि दी जाएगी तथा घायल बालक के परिजनों को 20 हजार दिए जाएंगे।
चित्तौड़गढ़ में भी भारी बारिश
गत 24 घंटे में चित्तौड़गढ़ जिले में भारी बारिश से घोसुंडा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसी तरह 24 घंटे में चित्तौड़गढ़ में 7 इंच से भी अधिक बारिश दर्ज की गई। बस्सी में इस अवधि में 8 इंच बारिश होने की जानकारी है।
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