कोटा में छात्र आत्महत्याओं पर बढ़ता आक्रोश : कक्षा 8 से पहले बच्चों को कोचिंग में प्रवेश नहीं देने और छात्रों को संस्थान छोड़ने पर पैसे लौटाने हो सकती है सिफारिश
सरकार की बनी कमेटी कर कर रही है कवायद
सरकार कक्षा 8 से कम कक्षा के छात्रों को कोटा में कोचिंग संस्थानों में प्रवेश लेने से रोकने, छात्रों को संस्थान छोड़ने पर पैसे वापसी का दावा करने की अनुमति देने और शिक्षकों व छात्रावास मालिकों के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल लागू करने की सिफारिश कर सकती है।
नवज्योति, जयपुर। कोचिंग संस्थानों में छात्रों के आत्महत्या करने का मामला दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसको रोकने के लिए सरकार की कमेटी जल्द ही नई सिफारिशें लागू करेगी। दरअसल, कोटा में छात्र आत्महत्याओं पर देशभर में आक्रोश बढ़ रहा है। सरकार द्वारा बनी उच्च स्तरीय कमेटी यह मान रही है कि कक्षा 8 से पहले बच्चों को कोचिंग संस्थानों में प्रवेश देने से बच्चों में तनाव बढ़ रहा है। इसलिए अब कक्षा 8 से पहले बच्चों को कोचिंग में एडमिशन नहीं देने पर कमेटी सिफारिश कर सकती है। साथ ही छात्रों को कोचिंग संस्थान छोड़ने पर पैसे वापस करने की कवायद की जा सकती है।
प्रवेश की आयु कक्षा 8 तक
शिक्षा विभाग के अनुसार समिति कोचिंग सेंटरों में छात्रों के प्रवेश की आयु कक्षा 8 (लगभग 13 से 14 वर्ष) तक सीमित करने की सिफारिश कर सकती है। समिति संभवत: कोचिंग के छात्रों के लिए आसान निकास और रिफंड नीति का भी सुझाव देगी, यदि वे पाठ्यक्रम के बीच में कोचिंग छोड़ना चाहते हैं। कई विशेषज्ञों ने उन छात्रों पर अत्याधिक मानसिक दबाव की ओर इशारा किया है, जो प्रतिस्पर्धी कोचिंग माहौल से निपटने के लिए संघर्ष करते हैं, लेकिन घर वापस नहीं जा सकते, क्योंकि उनके परिजनों ने मोटी रकम खर्च की है।
यह भी कर सकते हैं
आत्महत्या की प्रवृत्ति दिखाने वाले छात्रों की तुरंत पहचान करने के लिए समिति, कोचिंग अधिकारियों, हॉस्टल के मालिकों आदि के लिए 20 घंटे लंबे गेटकीपर प्रशिक्षण की शुरुआत करने की भी सिफारिश कर सकती है, जो सक्षम बनाएगी। उन्हें छात्रों के व्यवहार का बेहतर विश्लेषण करना होगा।
यह है कोचिंग संस्थानों पर लगाम लगाने की सरकार की तैयारियां
सरकार कक्षा 8 से कम कक्षा के छात्रों को कोटा में कोचिंग संस्थानों में प्रवेश लेने से रोकने, छात्रों को संस्थान छोड़ने पर पैसे वापसी का दावा करने की अनुमति देने और शिक्षकों व छात्रावास मालिकों के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल लागू करने की सिफारिश कर सकती है। सरकार ने उच्च शिक्षा सचिव भवानी देथा की अध्यक्षता वाली 15 सदस्यीय कमेटी ने सिफारिशें लागू करने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। सरकार ने गत 17 अगस्त को कोटा में छात्र आत्महत्याओं पर बढ़ते आक्रोश को देखते हुए कमेटी बनाई थी। समिति के सदस्यों ने आसपास के जिलों के कलक्टर, एसपी, कोचिंग संस्थान मालिकों, छात्रावास अधिकारियों, मनोचिकित्सकों और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की है। रिपोर्ट सोमवार को सौंपी जा सकती है।

Comment List