समृद्ध और विकसित भारत के निर्माण में समर्पण भाव से आए आगे, हरिभाऊ बागड़े ने युवाओं से किया आह्वान
युवा रोजगार पाने के इच्छुक नहीं बल्कि रोजगार दाता बनें
देश के विकास में अपनी अहम् भूमिकाओं का निर्वाह करते हुए विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने में अपनी आत्मीय भागीदारी सुनिश्चित करें।
जोधपुर। राजस्थान के राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ किसनराव बागडे ने युवा पीढ़ी से समय का पूरा-पूरा सदुपयोग करने और लक्ष्य के प्रति समर्पण भाव रखते हुए समृद्धशाली और सम्पन्न भारत के निर्माण के प्रति कृतसंकल्प होकर कार्य करने का आह्वान करते हुए कहा है कि वे समाज एवं देश के विकास में अपनी अहम् भूमिकाओं का निर्वाह करते हुए विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने में अपनी आत्मीय भागीदारी सुनिश्चित करें। बागडे ने पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर स्थित मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के 21वें दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में रहे थे। राज्यपाल ने विभिन्न संतों एवं महापुरुषों के उपदेशों और वाणियों को उद्धृत करते हुए कहा कि शिक्षा समग्र जीवन-²ष्टि को विकसित करते हुए लोक कल्याण की धाराओं को तीव्रतर करने का सशक्त माध्यम है। शिक्षा ऐसी हो जो व्यक्तित्व का विकास करे। इससे युवा रोजगार पाने के इच्छुक नहीं बल्कि रोजगार दाता बनें।
एआई तकनीक का सावधानीपूर्वक उपयोग करने पर बल देते हुए कहा कि तकनीकी ज्ञान का उपयोग करें पर सावधानी जरूर रखें। बागडे ने 55 स्वर्णपदकों में से 38 पदक बेटियों को मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बेटियां हमारा गौरव हैं, वे आगे बढेंगी तभी समाज तेजी से आगे बढ़ेगा। दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र शेखावत वर्चुअल माध्यम से जुड़े और शेखावत ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि विश्वद्यालय की मनीषा परंपरा, सीखने की जिज्ञासा और निरंतर ज्ञान अर्जन की इच्छाशक्ति को जारी रखें।
दीक्षांत समारोह में कुल 51 हजार 402 उपाधियों का अनुमोदन किया गया। इसमें स्नातक स्तर की 46 हजार 188 और स्नातकोत्तर की पांच हजार 214 उपाधियां शामिल हैं। इसके साथ ही दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति द्वारा 60 गोल्ड मेडल प्रदान किए गए, जिसमें 53 स्वर्ण पदक, एक कुलाधिपति पदक, चार डोनर पदक एवं दो अन्य पदक शामिल है।
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