नाम बदलने में सरकार ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, हरिमोहन शर्मा ने कहा- नाम बदलने से ही विकास हो जाएं, तो हम उसका करें समर्थन
दूसरी योजनाओं का उल्लेख नहीं करें
सत्ता पक्ष की ओर से आपत्ति जताते हुए कहा गया कि सिर्फ विश्वविद्यालय के विधेयक पर बात करें, अन्य योजनाओं का नाम बदलने का इस विधेयक से कोई लेना देना नहीं है।
जयपुर। विधानसभा में राजस्थान के विश्वविद्यालयों की विधियां संशोधन विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि नाम बदलने में सरकार ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, अगर नाम बदलने से ही विकास हो जाएं, तो हम उसका समर्थन करें। शर्मा ने विभिन्न योजनाओं के अब तक बदले गए नाम का उल्लेख करना शुरू किया, तो सत्ता पक्ष की ओर से आपत्ति जताते हुए कहा गया कि सिर्फ विश्वविद्यालय के विधेयक पर बात करें, अन्य योजनाओं का नाम बदलने का इस विधेयक से कोई लेना देना नहीं है।
स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि आप सिर्फ शिक्षा पर बोले, आप दूसरी योजनाओं का उल्लेख नहीं करें। इस पर हरिमोहन शर्मा ने कहा कि आप हमारे बोलने के अधिकारों का हनन कर रहे हो, सदन में बोलने का मेरा अधिकार है। परिवहन शर्मा ने कहा कि ऐसी क्या आप खा गई थी कि कुलपति का नाम बदलकर कुलगुरु कर रहे हो, जबकि जिन 33 विश्वविद्यालय की बात कर रहे हो, उनमें एक भी विश्वविद्यालय नेशनल स्तर की मार्किंग में नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान पिछले डेढ़ साल में निचले पायदान पर आ गया है, पूर्ववर्ती सरकार ने तो नए विश्वविद्यालय और महाविद्यालय खोलने का काम किया था, कुलगुरु करने से कोई लाभ नहीं मिलने वाला, यह तो सिर्फ प्रशासनिक पद है, ऐसे में गुरु का नाम भी खराब कर रहे हो।
Comment List