यूपी के जैविक उद्यान में बंगाल टाइगर में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस, नाहरगढ़ जैविक उद्यान में बढ़ाई सतर्कता
वन्यजीवों और पक्षियों के पिंजरे समय-समय पर हों साफ, उप वन संरक्षक वन्यजीव ने जारी किए आदेश
उत्तरप्रदेश के शहीद अशफाक उल्लाह खान प्राणि उद्यान (गोरखपुर) में रह रहे बंगाल टाइगर में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस पाया गया है।
जयपुर। उत्तरप्रदेश के शहीद अशफाक उल्लाह खान प्राणि उद्यान (गोरखपुर) में रह रहे बंगाल टाइगर में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस पाया गया है। इसके बाद नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की ओर से देशभर के चिड़ियाघरों और जैविक उद्यानों को सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों का मानना है कि वन्यजीवों के लिए ये वायरस ज्यादा घातक है। सीजेडए के जारी निर्देशों के बाद उप वन संरक्षक (वन्यजीव चिड़ियाघर) जयपुर ने क्षेत्रीय वन अधिकारी जयपुर प्रादेशिक, नाहरगढ़ अभ्यारण्य, नाहरगढ़ जैविक उद्यान और जयपुर चिड़ियाघर को पत्र लिखकर आवश्यक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। जयपुर चिड़ियाघर में विभिन्न प्रजातियों के करीब 350 से अधिक पक्षी रह रहे हैं। वहीं नाहरगढ़ जैविक उद्यान में 28 विभिन्न प्रजातियों के करीब 243 वन्यजीव रह रहे हैं। रोजाना शेर, बाघ, बघेरे सहित अन्य वन्यजीवों की एक्टिविटीज की मॉनिटरिंग की जा रही है।
ये हैं निर्देश :
निर्देशों में कहा गया है कि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस एक संक्रमण रोग है। ऐसे में पूर्ण सतर्कता बरती जाए। प्रतिदिन वन्यजीव एवं पक्षियों में देखे गए बीमार अथवा मृत देशी और विदेशी पक्षियों की प्रजातिवार सूचना एकत्र करें। जिस क्षेत्र में जलाशय आदि स्थान हैं, जहां पक्षी आते हैं, उन स्थानों की विशेष मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाए। बीमार या मृत पक्षियों को हैंडल करते समय दस्ताने, फेस शील्ड सहित अन्य प्रोटेक्टिव चीजों का उपयोग किया जाए। चिड़ियाघर और नाहरगढ़ जैविक उद्यान में रह बने पक्षी और वन्यजीवों को आवश्यक दवाइयां दी जाए। साथ ही उनके पिंजरों में समय समय पर साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए।

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