मकर संक्रांति आज : शहर होगा छतों पर, आंखें होंगी आसमां में
हो सकेंगे मांगलिक कार्य, आने वाले दिनों में बजेगी शहनाइयां
ठाकुरजी उड़ाएंगे चांदी की पतंग, राधाजी थामेगी चरखी
जयपुर। मकर संक्रांति पर्व मंगलवार को श्रद्धा, उत्साह और नए संकल्पों के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान पूरा शहर छतों पर होगा। जबकि सभी की आंखें आसमान में टिकी होंगी। मंगलवार की सुबह 8.55 बजे सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। महापुण्यकाल 14 जनवरी को सुबह 9.30 मिनट से शुरू होकर शाम 5.46 मिनट तक रहेगा। ये दोनों ही समय स्नान और दान के लिए शुभ हैं। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा। जरुरतमंदों को दान, पवित्र नदियों में स्नान और पतंगबाजी के त्रिवेणी संगम के पर्व मकर संक्रांति के लिए सोमवार देर रात तक लोग पंतग, चरखी की खरीददारी के लिए बाजारों में चक्कर लगाते रहे। जबकि हांडीपुरा में पैर रखने के लिए जगह नहीं थी, पूरा बाजार पतंगों से सजा हुआ था और ग्राहकों की रेलमपेल मची हुई थी। शहर के अन्य बाजारों में भी पतंग-चरखी की दुकानें सजी होने से ग्राहकों की जबरदस्त भीड़ रही। इधर, पुरोहित जी कटला में मकर संक्रांति पर दान करने के सामान की बिक्री परवान पर रही। मकर संक्रांति पर दान करने की परम्परा होने के कारण महिलाओं के उपयोग में आने वाले सामान की बिक्री काफी तेज रही।
आज से मांगलिक कार्य शुरू
सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा। एक बार फिर से मांगलिक आयोजन शुरू हो जाएंगे। ग्रह-नक्षत्र के विशेष योग-संयोग होने से शादी की मधुर धुन फिर से कानों में सुनाई देने लगेगी।
दिनभर चलेगा दान-पुण्य का दौर
मंगलवार सुबह से ही दान-पुण्य का सिलसिला शुरू हो जाएगा। मंदिरों में विशेष सजावट की जाएगी और लोगों गायों को गुड़, तिल और हरा चारा खिलाएंगे। महिलाएं अपने रिश्तेदारों और सगे सम्बंधियों को मकर संक्रांति के अवसर पर दान करेगी
फीणी की दुकानों पर भीड़
सोमवार देर शाम तक गजक की दुकानों पर भीड़ रही। राजापार्क स्थित परनामी मार्केट के पास गजक की दुकान चलाने वाले ब्रजेश परनानी ने बताया मकर संक्रांति के लिए गजक और तिल के लड्डू तैयार किए हैं। गजक 300 रुपए किलो से लेकर 550 रुपए किलो तक उपलब्ध है। जबकि तिल के लड्डू 220-300 रुपए किलो में बेच रहे हैं। जिस गजक में सूखे मेवे डालते हैं, उसकी रेट अधिक होती है।
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