आरोपों से कुछ नहीं होगा, मुझे नोटिस दो और करो जांच : धारीवाल बोले - आ जाओ मैदान में
हाउसिंग बोर्ड हमारे समय फायदे में था
विधानसभा में यूडीएच की डिमांड पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने कहा कि शहर में जिस तरह से लोग आ रहे हैं उन्हें कहां बसाया जाएगा, इसकी प्लानिंग तो करो।
जयपुर। विधानसभा में यूडीएच की डिमांड पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने कहा कि शहर में जिस तरह से लोग आ रहे हैं उन्हें कहां बसाया जाएगा, इसकी प्लानिंग तो करो। भ्रष्टाचार की बातें करते हो पर्ची सरकार जांच करवा लें, मुझे नोटिस दो और करो जांच, आ जाओ मैदान में। जेडीए ने जो योजना निकाली है, उनमें न नाली है, न पानी है, न सीवरेज है, लोग कैसे बसेंगे। हाउसिंग बोर्ड हमारे समय फायदे में था, लेकिन अब फिर से उसको बंद करने जा रहे हो, जहां तक कांस्टीट्यूशन क्लब का मामला है भवन बन चुका, निर्माण हो चुका अब काहे का शुभारंभ कर रहे हो, नया कोई प्रोजेक्ट बनाओ। जेडीए के पास भी कोई पैसा नहीं है सिर्फ खाली जमीन बेचकर जेडीए को चला रहे हो। बजट में जिन आरओबी, अंडरपास और फ्लाईओवर के लिए बजट रखा गया उनका 20% पैसा भी अब तक खर्च नहीं हुआ है।
एक हाईवे एक सड़क पर कोई पैसा खर्च नहीं किया। हमने 120 नई नगर पालिका में बने उन पालिकाओं का जब तक जनरल प्लान नहीं बनेगा तब तक पूरे नोटिफाई नहीं कर सकते अगर आपको किसी पालिका से आपत्ति है तो उसे निरस्त कर दो, आपको कौन रोक रहा है। यूनेस्को ने जयपुर को हेरिटेज सिटी का दर्जा दिया था, कहीं वह निरस्त नहीं हो जाए। जयपुर सहित कई बड़े शहरों के मास्टर प्लान बने थे लेकिन सवा साल में कोई काम नहीं हुआ। नए बिल्डिंग बायलॉज का प्रस्ताव बनाकर आपत्ति ले ली, लेकिन 6 महीने से उसका ड्राफ्ट फाइनल नहीं हो पाया, उसे क्यों लेकर बैठे हो। इंदिरा रसोई के लिए हमने सब जगह पक्की रसोई बनाई आपके समय अन्नपूर्णा की गाड़ी आती थी और लोग बारिश में भी खड़े-खड़े भोजन करते थे। अमृत मिशन के तहत सवा साल में कोई काम नहीं हुआ, कितने सीवर कनेक्शन दिए और कितने पानी के कनेक्शन दे दिए बता दें। आप पर हमेशा संविधान की हत्या करने का आरोप लगता है लेकिन वन स्टेट वन इलेक्शन से और साबित हो जाएगा, निकायों को चुनाव नहीं होने से पूरा तंत्र बंद हो गया है, नियमों की आप धज्जियाँ उड़ा रहे हो। कोटा में अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो आप जांच करो कहने से कुछ नहीं होता। एनजीटी के परमिशन के नियम होते हैं। एनजीटी रीवर फ्रंट की प्रशंसा की है। ग्रीन एरिया में फार्म हाउस काटे जा रहे हैं, जो हाई कोर्ट के निर्णय की खुली खुली अवहेलना है, मेरी मांग है, इसकी जांच होनी चाहिए। गृह निर्माण सहकारी समितियां के जरिए जितनी जयपुर में गड़बड़ी हुई है वह अभी भी हो रही है, जबकि इनके पट्टों पर रोक लगी हुई है। गलत पट्टों के आरोप लगाते हो 13 लाख पट्टों में गड़बड़ी हुई है उनकी जांच क्यों नहीं करते जांच करो और मैंने गलत किया तो मुझे भी सजा दो, किसने मना किया है कौन रोक रहा है। इस पर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि आपने 10-10 हजार वर्ग मीटर सरकारी जमीन के पट्टे बांटे हैं, इतनी बड़ी जमीन एक किसान के पास नहीं होती।
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