स्थितियों एवं राहत कार्यों पर निरन्तर निगरानी रखें अधिकारी : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने की बिपरजॉय तूफान से संबंधित समीक्षा बैठक

स्थितियों एवं राहत कार्यों पर निरन्तर निगरानी रखें अधिकारी : मुख्यमंत्री

इससे पूर्व 14 जून को भी मुख्यमंत्री ने बैठक आयोजित कर सभी जिला कलेक्टर्स,  पुलिस अधीक्षक, एसडीआरएफ, मौसम विभाग एवं संबंधित विभागों को तूफान से होने वाली भारी वर्षा से बचाव के संबंध में निर्देश दिए थे।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर तूफान से हुए नुकसान को लेकर समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री ने स्थितियों एवं राहत कार्यों पर निरन्तर निगरानी रखने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है तथा वायुसेना एवं सेना के साथ समन्वय स्थापित कर राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। इससे पूर्व 14 जून को भी मुख्यमंत्री ने बैठक आयोजित कर सभी जिला कलेक्टर्स,  पुलिस अधीक्षक, एसडीआरएफ, मौसम विभाग एवं संबंधित विभागों को तूफान से होने वाली भारी वर्षा से बचाव के संबंध में निर्देश दिए थे।मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि जिन स्थानों पर भारी बारिश के कारण पानी जमा हो गया है, उन स्थानों से दूरी बनाकर रखें। विशेषकर बच्चों को इन स्थानों पर तैरने से सख्ती से रोका जाए। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर पानी का बहाव तेज हो अथवा चादर चल रही हो, वहां पैदल या वाहन से ना गुजरें। 

आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा बैठक में बताया गया कि बिपरजॉय तूफान के कारण बाड़मेर, जालोर, पाली, सिरोही एवं राजसमंद जिलों में अत्यधिक वर्षा हुई है। तूफान के कारण बीते 3 दिनों में बाड़मेर में 192.37, जालोर में 419.10, सिरोही में 464.66, पाली में 318.70 एवं राजसमंद में 251.92 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। बूंदी एवं सवाई माधोपुर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि बिपरजॉय तूफान से प्रभावित इलाकों में एसडीआरएफ की 17 एवं एनडीआरएफ की 8 टीमें लगातार बचाव राहत कार्य में जुटी हैं। इन स्थानों पर सहायता के लिए सेना के 2 कॉलम तैनात किए गए हैं। प्रभावित जिलों से 15 हजार व्यक्तियों को वर्षा से पूर्व ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस एवं नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवकों द्वारा 1595 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बचाया गया है। एनडीआरएफ द्वारा 133, एसडीआरएफ द्वारा 123 एवं सेना द्वारा 9 व्यक्तियों को विकट परिस्थितियों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं राजसमंद में राजस्थान पुलिस के एक जवान द्वारा बहादुरी दिखाते हुए 2 लोगों को तेज बहाव से बचाया गया। बैठक में आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा मंत्री  गोविन्दराम मेघवाल, मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त विभाग अखिल अरोड़ा एवं शासन सचिव आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग पीसी किशन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 

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