सड़कों की जांच रिपोर्ट का होगा भौतिक सत्यापन, गुणवत्ता सुधार के लिए बनेंगी नई गाइडलाइन
निर्माण और रखरखाव की गुणवत्ता को और अधिक मजबूत
राज्य में सड़कों की गुणवत्ता की जांच के लिए गठित तीन विभागों की अलग-अलग स्तर की समितियों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के बाद अब इन रिपोर्टों का भौतिक सत्यापन किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसका उद्देश्य सड़कों की वास्तविक स्थिति का जमीनी स्तर पर आकलन करना और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की सटीक जानकारी हासिल करना है।
जयपुर। राज्य में सड़कों की गुणवत्ता की जांच के लिए गठित तीन विभागों की अलग-अलग स्तर की समितियों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के बाद अब इन रिपोर्टों का भौतिक सत्यापन किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसका उद्देश्य सड़कों की वास्तविक स्थिति का जमीनी स्तर पर आकलन करना और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की सटीक जानकारी हासिल करना है। जानकारी के अनुसार यह समितियां एक विभाग द्वारा निर्मित सड़कों की जांच दूसरे विभाग के माध्यम से कराने के उद्देश्य से गठित की गई थीं, ताकि निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन किया जा सके।
इन समितियों द्वारा तैयार रिपोर्टों में जिन सड़कों की स्थिति पर प्रश्नचिह्न लगाए गए हैं, उनका अब मौके पर जाकर सत्यापन किया जाएगा।
भौतिक सत्यापन के दौरान सड़क की सतह, मोटाई, सामग्री की गुणवत्ता, मरम्मत की स्थिति और समय-सीमा के अनुसार निर्माण कार्य की जांच की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया के बाद प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर भविष्य के लिए नई गाइडलाइन तैयार की जाएंगी, जिससे सड़क निर्माण और रखरखाव की गुणवत्ता को और अधिक मजबूत किया जा सके। प्रशासन का कहना है कि इस पहल से जवाबदेही बढ़ेगी और आमजन को बेहतर और टिकाऊ सड़क सुविधाएं मिल सकेंगी।

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