जलने से पहले गल गए रावण : जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश, आकाशीय बिजली गिरने से 33 मवेशी की मौत
जयपुर में डेढ घंटे में ढाई इंच से ज्यादा बारिश
बारिश के कारण जयपुर सहित कई जिलों में तापमान तीन से चार डिग्री तक गिर गया और इससे गर्मी-उमस से राहत मिली।
जयपुर। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के बाद अब अरब सागर में भी एक लो-प्रेशर सिस्टम बन गया। इस सिस्टम के प्रभाव से मंगलवार को जयपुर सहित कई जिलों में तेज बारिश हुई। जयपुर में शाम को करीब 4.30 बजे बारिश का दौर शुरू हुआ जो कि करीब छह बजे तक चला। इस दौरान जयपुर के जेएलएन मार्ग पर 71 एमएम बारिश यानी ढाई इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। वहीं शहर के कलेक्ट्रेट सर्किल पर भी दो इंच के करीब देर रात तक रिकॉर्ड की गई। शहर में तेज बारिश के कारण जगह-जगह पानी भर गया। चारों ओर जलभराव की स्थिति हो गई और घुटनों तक पानी भर गया। इस पानी में गाड़ियां फंस गई। जाम लग गया। शहर के कई मार्गों पर 4 फीट तक पानी भर गया। कई जगह रावण के पुतले बह गए।
वहीं दौसा, अजमेर, सीकर, बीकानेर, अलवर, टोंक, नागौर, करौली सहित कई जिलों में भी कहीं तेज तो कहीं मध्यम बारिश हुई। अजमेर के किशनगढ़ में सुबह तेज बरसात हुई। बीकानेर में भी सुबह तेज बारिश हुई। सीकर में भी तेज बारिश से सड़कों पर पानी भर गया और गाड़ियां फंस गई। इधर बस्सी तहसील के चतरपुरा गांव में 33 मवेशी आकाशीय बिजली गिरने से मौत के शिकार हो गए। करौली में आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई। वहीं जयपुर में विद्याधर नगर इलाके में एक मकान पर बिजली गिरने की सूचना मिली हालांकि किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। बारिश के कारण जयपुर सहित कई जिलों में तापमान तीन से चार डिग्री तक गिर गया और इससे गर्मी-उमस से राहत मिली।
तीन चार दिन होगी बारिश छह से फिर बरसेंगे बदरा
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर से मिली जानकारी के अनुसार बारिश आगामी 3-4 दिनों तक जारी रहने की संभावना जताई है। बंगाल की खाड़ी में आगामी 24 घंटों में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। साथ ही एक नया पश्चिमी विक्षोभ 5-8 अक्टूबर को सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से राज्य में फिर 6 से 8 अक्टूबर के दौरान बारिश की गतिविधियां शुरू हो सकती है।

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