रोडवेज की चैकिंग अभियान : 65 में से 25 यात्री मिले बेटिकट, मुख्य प्रबंधकों को थमाई चार्जशीट
खुद के परिचालक लगाए ऑफिस में बस सारथियों के भरोसे रोडवेज
रोडवेज एमडी ने पिछले दिनों वीसी में कार्यालयों में लगे परिचालकों को सप्ताह में एक दिन बस पर कंडक्टरी कराने के निर्देश दिए थे।
जयपुर। राजस्थान रोडवेज प्रशासन अपने परिचालकों को बस में लगाने की बजाय आॅफिस व अन्य कार्याे में लगा रखा है। इसके चलते बस सारथी रोडवेज को चूना लगा रहे हैं। रोडवेज चेयरमैन शुभ्रा सिंह और एमडी पुरुषोत्तम शर्मा के निर्देश पर चलाए गए विशेष चैकिंग अभियान में नागौर डिपो की बस में 65 में से 25 यात्री और बाडमेर डिपो की बस में 14 यात्री बेटिकट मिले। मामले की गंभीरता को देखते हुए रोडवेज एमडी पुरुषोत्तम शर्मा ने दो मुख्य प्रबंधकों को चार्जशीट थमाई है। नागौर डिपो की बस बीकानेर जा रही थी। इस बस में बस सारथी करणाराम परिचालक का काम कर रहा था। इस बस को मुख्यालय की टीम ने नोखा के पास चिला में चैक किया, जहां 65 में से 25 यात्री बिना टिकट मिले।
जांच के दौरान अनुबंधित चालक व बस सारथी ने टीम के साथ अभद्रता भी की। बाडमेर डिपो की बस जोधपुर जा रही थी। इस बस में बस सारथी रमेश बिश्नोई परिचालक का काम कर रहे थे। रास्ते में धावा चैक पॉइंट पर बस डीलक्स डिपो की टीम ने जांच की तो 14 यात्री बेटिकट मिले। इस पर टीम ने 6 हजार रुपए का जुर्माना वसूला। राजस्व लीकेज को लेकर रोडवेज के प्रबंध निदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने नागौर और बाड़मेर डिपो के मुख्य प्रबंधक को चार्ज शीट दी है।
सप्ताह में एक दिन चलाना था बस पर
रोडवेज एमडी ने पिछले दिनों वीसी में कार्यालयों में लगे परिचालकों को सप्ताह में एक दिन बस पर कंडक्टरी कराने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद भी मुख्य प्रबंधकों ने आदेश की पालना नहीं की। वहीं मुख्यालय में परिचालक के पद स्वीकृत नहीं होने पर भी वहां परिचालक लगा रखे हैं। करीब तीन दर्जन से अधिक परिचालकों को डेपुटेशन पर भेज रखा है।
मैने कार्यालयों में बैठे परिचालकों को रूट पर चलाने के निर्देश दिए हैं। अब बसों पर अधिक से अधिक खुद के ही परिचालक चलाए जाएंगे। एजेंटो को बुकिंगों पर लगाने को कहा है।
डॉ. प्रेमचंद बैरवा, परिवहन मंत्री

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