विद्याधर नगर स्टेडियम में कथावाचक प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा आज से, 501 दीपक से हुई महाआरती
राजेंद्र केडिया गु्रप ने पुष्प वर्षा से किया कलश यात्रा का स्वागत
यात्रा में शामिल सभी महिलाओं ने त्रिवेणी संगम के जल से भरे कलश सिर पर रख रखे थे।
जयपुर। गुलाबी नगरी एक बार फिर भक्ति के रंग में रंगने जा रही है। उज्जैन के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा गुरुवार से सात मई तक विद्याधर नगर स्टेडियम में शिव महापुराण कथा का वाचन करेंगे। कथा से एक दिन पहले आयोजन की शुरुआत कलश यात्रा से हुई, जिसमें लगभग 21 हजार महिलाओं ने भाग लिया। सीकर रोड स्थित अलका सिनेमा के बाहर जयपुर के प्रमुख समाजसेवी राजेंद्र केडिया और उनकी टीम ने कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया। पारंपरिक वेशभूषा और सिर पर पवित्र कलश लिए यह महिलाएं भवानी निकेतन कॉलेज, सीकर रोड से रवाना हुईं और कथा स्थल की ओर बढ़ीं।
पूरे मार्ग में ‘हर हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो उठा। समाजसेवी सौरभ केड़िया ने बताया बोल बम और हर हर महादेव के जयकारों से गूंजता वातावरण एक अलौकिक ऊर्जा से भर गया। हर कदम पर श्रद्धा थी। महिलाएं कतारबद्ध होकर अत्यंत अनुशासित ढंग से आगे बढ़ रही थीं, जैसे शिव भक्ति की एक विशाल नदी बह रही हो। कुछ महिलाएं ढोलक और झांझ बजा रही थीं, तो कुछ भजन गा रही थीं। पूरा मार्ग एक चलते-फि रते मंदिर में बदल गया। अलका सिनेमा के बाहर जब यात्रा पहुंची, तो राजेंद्र केडिया गु्रप ने भव्य स्वागत किया।
प्रसाद वितरित किया
ऊपर से फू लों की वर्षा हो रही थी और नीचे से हर हर महादेव की लहरें उठ रही थीं। केडिया टीम द्वारा शीतल जल और प्रसाद का वितरण किया जा रहा था, जिससे यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को राहत मिली। राजेंद्र केडिया गु्रप की तरफ से कलश यात्रा पर पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया गया। प्रसाद एवं ठंडे जल का वितरण कर यात्रियों की सेवा की गई। केडिया ने बताया किए शिव महापुराण कथा जैसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे धार्मिक आयोजनों में सहभागिता करना हमारा सौभाग्य है।
51 बग्गियों के साथ निकली कलश यात्रा
आयोजन समिति के मुख्य संयोजक राजन शर्मा और सचिव एडवोकेट अनिल संत ने बताया कि बुधवार शाम को निकाली गई इस कलश यात्रा में 51 बग्गियां और 21 हजार महिलाएं शामिल हुई। अम्बाबाड़ी स्थित भवानी निकेतन से शाही लवाजमे के साथ शुरू हुई कलश यात्रा आदर्श विद्या मंदिर,ढेहर का बालाजी, तीन दुकान,अलका सिनेमा चौराहे होते हुए शाम को छह बजे कथा स्थल विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंचीं। यात्रा में शामिल सभी महिलाओं ने त्रिवेणी संगम के जल से भरे कलश सिर पर रख रखे थे। सभी महिलाएं गुलाबी गाजरियां साड़ी पहन रखी थीं।

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