प्रदेश में 50 बावड़ियों का होगा जीर्णोद्धार, मदन दिलावर ने पानी की आवक के रास्ते बनाने के दिए निर्देश
एनीकट की विस्तार से जानकारी ली
तालाब की डीपीआर शीघ्र बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग के बनाए 75 अमृत सरोवर, 863 एनीकट की विस्तार से जानकारी ली।
जयपुर। पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि परंपरागत जल स्त्रोतों का जीर्णोद्धार कर अधिक से अधिक जल का संचय करें। दिलावर शिक्षा संकुल में आयोजित जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परंपरा गत जल स्त्रोतों बावड़ी, तालाब, कुंड, खड़ीन, जोहड़ आदि का पुन: सर्वे कर चिन्हित करने के कार्य को अभियान के रुप में लें। साथ ही इनमें पानी की आवक के रास्ते बनाने, नियमित साफ सफाई करने जैसे कार्य इसी वित्तीय वर्ष में करने के निर्देश दिए। उन्होंने डिग्गी-मालपुरा में तालाब की डीपीआर शीघ्र बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग के बनाए 75 अमृत सरोवर, 863 एनीकट की विस्तार से जानकारी ली।
दिलावर ने विलायती बबूल के बढ़ते हुए फैलाव पर चिंता जताते हुए कहा की इसे समूल नष्ट करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कार्ययोजना अतिशीघ्र तैयार की जाए। इसी वित्त वर्ष में लक्ष्य लेकर प्रदेश के 220 एनीकेट और 50 बावड़ियों का जीणोद्धार करवाया जाए और 31 मार्च तक इस को पूर्ण किया जाए। इस वित्तीय वर्ष में प्रोजेक्ट में शामिल 1885 पंचायतों के भवनों एवं इनके अंतर्गत आने वाले सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 28 फरवरी तक वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम रिचिंग सॉफ्ट के साथ बनाए जाए। वाटरशेड के अधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आपके पास सरकारी वाहन है। सुविधाएं हैं, फिर भी आप ग्रामीण क्षेत्रों में फील्ड में प्रवास नहीं कर रहे हैं तो फिर क्यों ना आप से गाड़ी वापस ले ली जाए।
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